किशनगंज : विगत विधान चुनाव में हार से निराश होने की जनरूत नहीं. जंग का नाम जिंदगी है. ये बातें एआइएमआइएम सुप्रीमो व हैदराबाद के सांसद असदुुद्दीन ओवैसी ने कही. वे शनिवार को टाउन हॉल में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनाव मे दौरान हमने सीमांचल में बुनियाद रखने का काम किया है.
जब तक जिंदा रहूंगी तब तक सीमांचल आवाज बुलंद करता रहूंगा. उन्होंने संगठन को मजबूत करने पर लब दिया और कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्द्धन करते है कहा कि मायूस होने की जरूरत नहीं है. अब पूरे बिहार के एआइएमआइएम की तंजीम को मजबूत किया जायेगा. उन्होंने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि अब आईएमआईएम बिहार में पंचायत से लेकर लोक सभा तक चुनाव लड़ेगा.उन्होंने कहा चुनाव के समय कई तरह के आरोप प्रत्यारोप लगते रहे इससे मनोबल गिराने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने कहा कि सच्चे रास्ते पर चलने वालों एवं एक मिशन के तहत कार्य करने वाले पर इस तरह के इलजाम लगते रहते है. ओवैसी ने कहा कि वर्तमान विधान सभा चुनाव में बिहार में यादवों की संख्या 11 प्रतिशत है और जिलमें 61 एमएलए गये हैं,
जबकि मुसलमानों की आबादी 17 प्रतिशत है और 24 लोग विधान सभा पहुंचे है. उन्होंने सवाल किया कि हम मुसलमान कहां है. उन्होंने बिहार की नई सरकार को बधाई देते हुए आगाह किया कि दलितों मुसलमानों एवं मजलुमो के साथ न्याय नही हुई तो जमकर मजलिस इसका विरोध करेगी.
इस अवसर पर बिहार प्रदेश एआइएमआइएम के अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने कहा कि जनता ने जो फैसला किया है उसका मैं स्वागत करता हूं. साथ ही कहा कि यह जीत प्रशासन की जीत है. उन्होंने प्रशासन पर सीधा आरोप लगाया कि कई बूथों पर एक तरह से प्रशासन ने जबरन हमारे कार्यकर्ताओं को डराया धमकाया.
उन्होंने कहा कि एक तरह से कई बूथों पर प्रशासन द्वारा बूथ कब्जा ही किया गया था. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने चुनाव में नंगा नाच किया. जिस कारण हमारे मतदाता मतदान नहीं कर सके. इस अवसर पर मजहरूल हसन, गुलाम शाहिद, अधिवक्ता आदिल, तसीरूद्दीन, इसहाक आलम सहित कई लोगों ने कार्यकर्ता को संबोधित किया.