सत्याग्रह. लंबित मांगों के समर्थन में िनयोजित शिक्षकों ने किया अनशन, हालत बिगड़ी
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देर रात मानी मांग, अनशन हुआ समाप्त
सत्याग्रह. लंबित मांगों के समर्थन में िनयोजित शिक्षकों ने किया अनशन, हालत बिगड़ी किशनगंज : बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले अपने लंबित मांगों के समर्थन में शिक्षकों ने गुरुवार को भी अनशन किया. देर रात अधिकारियों के िलखित आश्वासन के बाद अनशन टूटा. इससे पूर्व बुधवार से अनशन पर बैठे शिक्षकों को […]
किशनगंज : बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले अपने लंबित मांगों के समर्थन में शिक्षकों ने गुरुवार को भी अनशन किया. देर रात अधिकारियों के िलखित आश्वासन के बाद अनशन टूटा. इससे पूर्व बुधवार से अनशन पर बैठे शिक्षकों को मनाने के लिए बुधवार देर शाम डीइओ विश्वनाथ प्रसाद साह अनशन स्थल पर पहुंचे़ लेकिन अपनी मांगों को पूरा होने तक अनशन पर अडिग रहने की बात कहते हुए अनशनकारी शिक्षकों ने डीइओ की एक न सुनी़ संघ के जिलाध्यक्ष रागीबुर्रहमान ने कहा कि जब तक शिक्षकों के लंबित मांगों को माना नहीं जाता है और इस बाबत लिखित आवश्वासन नहीं मिलता है तब तक अनशन जारी रहेगा़
क्या है मांगें: अपनी मांगों के संबंध में उन्होंने कहा कि जीओबी मद से शिक्षकों को वित्तीय वर्ष 2016-17 के दिसंबर से मार्च तक के वेतन का भुगतान हो, वर्तमान जीओबी का चार माह एवं एसएसए मद के शिक्षकों के 5 माह का वेतन भुगतान करने, वर्ष 2006 से अब तक सभी डीए, एरियर, 125, 132 एवं 136 प्रतिशत का भुगतान किया जाये,
वर्षों से लंबित मातृत्व एवं चिकित्सा अवकाश का भुगतान हो़ 2013 से 2015 में दक्षता एवं संवर्धन पूर्ण कर चुके शिक्षकों का एरियर का भुगतान किया जाये, सेवा के दौरान मृत शिक्षकों के परिवार को अनुग्रह राशि भुगतान करने, जीविका दीदियों के निरीक्षण को लेकर कतिपय कारणों से शिक्षकों के बाधित पूरे माह का लंबित वेतन भुगतान करने, 7वें पे फिक्सेशन का कार्य पूर्ण कर वेतन भुगतान करने आदि मांगें शामिल है़
शिक्षकों ने कहा
अप्रशिक्षित शिक्षकों को हर माह छह से सात हजार का नुकसान
खुले में शौच की निगरानी शिक्षकों से करवाना हास्यास्पद
सातवें वेतनमान से नियोजित शिक्षक अभी भी वंचित
समान काम के लिए समान वेतन देने के पटना उच्च न्यायालय के आदेश का सरकार करे अनुपालन
-नियोजित शिक्षकों के प्रक्षिक्षण से संबंधित परीक्षा नही लिया जा रहा है
शिक्षकों ने कहा
अप्रशिक्षित शिक्षकों को हर माह छह से सात हजार का नुकसान
खुले में शौच की निगरानी शिक्षकों से करवाना हास्यास्पद
सातवें वेतनमान से नियोजित शिक्षक अभी भी वंचित
समान काम के लिए समान वेतन देने के पटना उच्च न्यायालय के आदेश का सरकार करे अनुपालन
-नियोजित शिक्षकों के प्रक्षिक्षण से संबंधित परीक्षा नही लिया जा रहा है
सदर अस्पताल में भर्ती हुए अनशनकारी शिक्षक
गुरुवार की देर शाम आधा दर्जन शिक्षकों को एंबुलेंस की सहायता से सदर अस्पताल में भरती कराया है. जिन शिक्षकों की हालत बिगड़ी है उनमें प्रमोद पांडे(बहादुरगंज), प्रजापति सिंहा (टेढ़ागाछ), गुफरान अहमद (बहादुरगंज) शामिल है.
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