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98 एचएम के वेतन पर रोक

कार्रवाई. खगड़िया में 439 शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब मैट्रिक व इंटर की उत्तरपुस्तिका जांच में देरी होने से लाखों छात्रों का भविष्य दावं पर लगा हुआ है. शिक्षकों के आंदोलन से मूल्यांकन कार्य बाधित रहने के कारण ससमय परीक्षाफल प्रकाशन पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं. लिहाजा, अब प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के शिक्षकों […]

कार्रवाई. खगड़िया में 439 शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब

मैट्रिक व इंटर की उत्तरपुस्तिका जांच में देरी होने से लाखों छात्रों का भविष्य दावं पर लगा हुआ है. शिक्षकों के आंदोलन से मूल्यांकन कार्य बाधित रहने के कारण ससमय परीक्षाफल प्रकाशन पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं. लिहाजा, अब प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के शिक्षकों को भी इस काम में लगाया जा रहा है.
खगड़िया : मैट्रिक व इंटर की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन कार्य बाधित रहने को शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेश प्रसाद साहु ने सख्त कदम उठाते हुए 439 शिक्षकों के अलावा 98 प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण तलब किया है. मैट्रिक परीक्षा मूल्याकंन के लिये बनाये गये जेएनकेटी विद्यालय में तैनात किये गये 208 शिक्षकों व एसआर हाईस्कूल मूल्यांकन केंद्र पर प्रतिनियुक्त 231 शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछते हुए जबाव-तलब किया गया है.
इसके अलावा 98 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के वेतन पर रोक लगाते हुए जवाब देने को कहा है. इन प्रधानाध्यापकों पर मूल्यांकन कार्य में लगाये गये शिक्षकों को विद्यालय से विरमित नहीं करने का आरोप है. इधर, शिक्षकों के आंदोलन के कारण मूल्यांकन कार्य ठप है. कोसी कॉलेज में इंटर की कॉपी जांच शुरू होने का विभाग ने दावा किया है. इन सारी स्थितियों को देखते हुए मुख्य सचिव के कड़े निर्देश के बाद मजबूरन शिक्षा विभाग ने शिक्षकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
बताया जाता है कि शिक्षकों के आंदोलन के कारण मैट्रिक परीक्षा की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन कार्य शुरू भी नहीं हो पाया है. इंटर की कॉपी की जांच का आलम यह है कि कोसी कॉलेज में बनाये गये मूल्यांकन केंद्र पर तैनात किये गये 278 में से मात्र 20 शिक्षकों को ही उत्तरपुस्तिका जांच करने के लिये विभाग राजी कर पाया है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री साहु भी मानते हैं कि इस तरह के कॉपी जांच पूरा होने में काफी समय लग सकता है. इसके लिये विभाग के निर्देश पर कदम उठाये जा रहे हैं.
सचिव ने डीएम व डीइओ को भेजा पत्र
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव ने सभी जिलों के डीएम व डीइओ को पत्र भेज कर कई कदम उठाने को कहा है. सचिव ने कहा कि परीक्षाफल प्रकाशन का समय नजदीक आता जा रहा है लेकिन अभी तक इंटर व मैट्रिक की कॉपी जांच बाधित है. शिक्षक संगठनों/शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार के बीच इसमें व्यवधान उत्पन्न करने का जिक्र करते हुए सचिव ने कहा है कि अगर जल्द ही
उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन सहित अन्य कार्य सम्पन्न नहीं होते हैं तो समय पर परीक्षाफल प्रकाशन नहीं हो पायेगा. ऐसे में राज्य या राज्य के बाहर के उच्च शिक्षण संस्थानों में उनका नामांकन नहीं हो सकेगा. यह स्थिति राज्य के लाखों परीक्षार्थियों के भविष्य पर कुठाराघात कर सकती है.
प्राथमिक स्कूल के शिक्षक जाचेंगे कॉपी
जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेश प्रसाद साहु ने बताया कि अब मैट्रिक व इंटर की कॉपी जांच में प्राथमिक व मध्य विद्यालय के शिक्षकों को भी लगाया जा रहा है. ताकि उत्तरपुस्तिका जांच में तेजी लाया जा सके. जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जारी पत्र के मुताबिक बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव के निर्देश के आलोक में सरकारी एवं गैर सरकारी प्राथमिक, मध्य एवं उच्च विद्यालयों के शिक्षकों उत्तरपुस्तिका की जांच का काम सौंपा जा रहा है.
इसके अनुसार उक्त विद्यालयों के स्नातक प्रतिष्ठा डिग्रीधारी शिक्षकों से अपने विषय में मैट्रिक परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन करने के लिये आवेदन की मांग की गयी है. वहीं स्नातकोत्तर उपाधि धारी शिक्षकों को इंटर की कॉपी जांच में लगाया जा रहा है.
प्रायोगिक परीक्षा पर भी लगा ग्रहण
स्कूलों में तो इंटर व मैट्रिक की प्रायोगिक परीक्षा तक आयोजित नहीं की जा सकी है. वित्तरहित केंद्रों पर स्थिति बहुत ही बुरी है. मैट्रिक व इंटर परीक्षा में पहले से कॉपी जांच के बहिष्कार के बीच प्रयोगिक परीक्षा नहीं होने से परीक्षाफल में देरी होने का खतरा उत्पन्न हो गया है. बिहार विद्यालय के परीक्षा समिति के सचिव ने सभी जिलों के डीएम, डीइओ को पत्र भेज कर कहा है कि बाकी बचे सभी परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा सुनिश्चित करवाया जाये. ताकि समय से परीक्षाफल प्रकाशित हो सके.
खास बातें
मूल्यांकन कार्य में प्रतिनियुक्त शिक्षकों को विद्यालय से विरमित नहीं करने पर विभाग सख्त
मूल्यांकन कार्य बाधित रहने को गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उठाये कड़े कदम
मैट्रिक परीक्षा मूल्यांकन केंद्र जेएनकेटी के 208 और एसआर हाईस्कूलों के 231 शिक्षकों पर गिरी गाज
अब प्राथमिक व मध्य विद्यालय के शिक्षक भी करेंगे इंटर व मैट्रिक की उत्तरपुस्तिका की जांच
अब मैट्रिक व इंटर की कॉपी जांच में प्राथमिक व मध्य विद्यालय के स्नातक व स्नातकोत्तर डिग्रीधारी शिक्षकों को लगाया जा रहा है. ताकि जल्द से जल्द कॉपी जांच पूरी हो सके. वहीं मूल्यांकन कार्य नहीं करने वाले 439 शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब किया गया है. साथ ही 98 प्रधानध्यापकों के वेतन पर रोक लगाते हुए जवाब दाखिल करने को कहा गया है.
सुरेश प्रसाद साहु, जिला शिक्षा पदाधिकारी.

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