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पुल निर्माण पर लगी ब्रेक

परेशानी. गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ने से लिया गया निर्णय प्रखंड की दक्षिणी छोर पर अवस्थित गंगा नदी के अगुवानी -सुलतानगंज घाटों के बीच चल रहे फोर लेन पुल का निर्माण स्थगित हो गया है. कंपनी के स्थानीय अधिकारियों ने कर्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है. परबत्ता : गंगा […]

परेशानी. गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ने से लिया गया निर्णय

प्रखंड की दक्षिणी छोर पर अवस्थित गंगा नदी के अगुवानी -सुलतानगंज घाटों के बीच चल रहे फोर लेन पुल का निर्माण स्थगित हो गया है. कंपनी के स्थानीय अधिकारियों ने कर्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है.
परबत्ता : गंगा नदी के जलस्तर में अचानक हुई बढ़ोत्तरी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो गयी है. श्रीरामपुर ठुट्ठी स्थित एसपी सिंगला कंपनी के बेस कैंप में गत कुछ दिनों से चहल-पहल में कमी देखी जा रही है. गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी के बावजूद दस पिलरों पर निर्माण कार्य अभी भी जारी है. यह 10 पिलर चारों तरफ से रिंग बांध से सुरक्षित है, लेकिन भूगर्भीय जलस्तर बढ़ने के पश्चात रिंग बांध के अंदर भी जलसंग्रहण क्षेत्र बन जाता है.
जब इस क्षेत्र में भी जलसंग्रह हो जायेगा तो यहां भी काम बंद हो जायेगा. वहीं जलस्तर बढ़ने से पूर्व 28 पिलरों पर कार्य चल रहा था, जबकि अभी तक में तीन पिलरों का कार्य पूर्ण हो चुका है.
भवन निर्माण हुआ सस्ता : प्रखंड में इस पुल निर्माण से कई प्रकार के फायदों के साथ साथ आम लोगों को अभी से ही फायदा मिलना शुरू हो गया है. दरअसल पुल निर्माण के क्रम में पीलर गाड़ने के लिए जो गड्ढा खोदा जा रहा है उसमें से उच्च कोटि का सफेद बालू निकल रहा है. स्थानीय लोग इस बालू का उपयोग घर बनाने के लिए करना शुरू कर दिया है.
तीन माह का हुआ ब्रेक : गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ने से कार्य को तत्काल स्थगित करना पड़ा है. गंगा का पानी बढ़ने से दियारा पार जाने के लिए बनाये गये स्टील पाइल ब्रिज पर तीन फीट पानी चढ़ गया है. वहीं अधिकांश पीलरों के निर्माण स्थल पर चारों तरफ पानी आ जाने से काम रोकना पड़ा.
महत्वाकांक्षी है यह परियोजना :बिहार सरकार की इस परियोजना को महत्वाकांक्षी माना जाता है. इस परियोजना की लागत का आरंभिक मूल्यांकन 1710. 77 करोड़ किया गया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को एमडी कॉलेज के मैदान में इसका शिलान्यास किया था. नौ मार्च 2015 को मुरारका कॉलेज सुलतानगंज के मैदान से पुल निर्माण का कार्यारम्भ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया. इस पुल के निर्माण से उत्तर तथा दक्षिण बिहार के बीच का फासला कम हो जायेगा. इसके अलावा प्रति वर्ष श्रावणी मेला में देवघर जाने वाले लाखों कांवरियों को इससे फायदा होगा. इस पुल तथा सड़क के निर्माण से एनएच 31 तथा एनएच 80 आपस में जुड़ जायेंगे.
कहते हैं प्रोजेक्ट डाइरेक्टर
पुल निर्माण के लिए जिम्मेदार एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट डाइरेक्टर इंजीनियर आलोक झा ने बताया कि गंगा की मुख्यधारा के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण निर्माण कार्य को रोकना पड़ रहा है, लेकिन रिंग बांध के अंदर दस पिलरों पर कार्य अभी चल रहा है. जलस्तर बढ़ने से पहले 28 पिलरों पर निर्माण चल रहा था. अभी 10 पिलरों पर काम जारी रहेगा. तीन पीलर का काम सम्पन्न हो चुका है. जलस्तर घटने के बाद फिर निर्माण कार्य आरंभ होगा. उम्मीद है कि दो महीनों के बाद जलस्तर में कमी आ जायेगी तब फिर से निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा.

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