खगड़िया: जनवितरण प्रणाली को और पारदर्शी बनाया जा रहा है. विभाग ने भुगतान शुदा सभी कूपन को कंप्यूटर स्कैनिंग कर इसे वेबसाइट पर अपलोड कराने का निर्णय लिया है. दिसंबर माह से यह कार्य आरंभ हो जायेगा.
सभी प्रखंडों में स्कैनिंग मशीन व ऑपरेटर भेजे जा रहे हैं. एक दिसंबर से नवंबर माह के भुगतान शुदा राशन व केरोसिन कूपन का स्कैनिंग कार्य आरंभ हो जायेगा. फिर इसे विभाग के वेबसाइट पर डाल दिया जायेगा. इससे जिले के साथ-साथ अन्य जगह के लोग भी यह जानकारी ले सकेंगे कि किन-किन लाभुकों के नाम पर राशन व केरोसिन का उठाव डीलरों के यहां से हो रहा है. पहले यह पता लगाना काफी मुश्किल काम होता था, क्योंकि डीलरों व कार्यालयों से यह जानकारी बहुत कम ही दी जाती थी.
विभागीय जानकारों की माने तो कूपन वितरण के दौरान ही पंचायत कर्मी से मिल कर डीलर मृत व बाहर रहने वाले लोगों के कूपन अपने कब्जे में ले लेते थे तथा उनके नाम पर राशन/ केरोसिन का उठाव कर लेते थे, जिसे अधिक मूल्य पर बेचा जाता था. किंतु कूपन की स्कैनिंग होने से अब इस प्रकार की गड़बड़ी पर लगाम लग सकेगी, क्योंकि इसकी शिकायत कोई भी व्यक्ति कंप्यूटर से जानकारी लेकर सक्षम पदाधिकारी के पास कर सकता है.
जिला आपूर्ति पदाधिकारी डीएन झा ने बताया कि विभाग द्वारा जारी कूपन की ही स्कैनिंग हो पायेगी, क्योंकि इस पर विशेष प्रकार का चिह्न् लगा रहता है. फर्जी कूपन की स्कैनिंग संभव नहीं है. उन्होंने बताया कि डीलर सीधे अपने-अपने प्रखंड कार्यालय पहुंच कर लाभुकों से लिये कूपन का स्कैनिंग करायेंगे तथा वही से उन्हें रिसीविंग दी जायेगी. डीएसओ श्री झा के अनुसार, भुगतानशुदा कूपन का दिसंबर माह से स्कैनिंग नहीं कराने वाले डीलरों की अनुज्ञप्ति रद्द की जा सकती है.