17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

स्टे केबल ब्रिज से लोगों को मिलेगी राहत

तीव्र गति से हो रहा है काम, लोगों ने की स्टील पाइल ब्रिज चालू करने की मांग बेलदौर : प्रखंड क्षेत्र समेत कोसी जोन की लाइफ लाइन बीपी मंडल सेतु (डुमरी पुल) के मरम्मत कार्य प्रारंभ होने से आवागमन की परेशानी से जूझ रहे कोसीवासियों ने राहत की सांस ली है. स्टे केबल ब्रिज का […]

तीव्र गति से हो रहा है काम, लोगों ने की स्टील पाइल ब्रिज चालू करने की मांग
बेलदौर : प्रखंड क्षेत्र समेत कोसी जोन की लाइफ लाइन बीपी मंडल सेतु (डुमरी पुल) के मरम्मत कार्य प्रारंभ होने से आवागमन की परेशानी से जूझ रहे कोसीवासियों ने राहत की सांस ली है.
स्टे केबल ब्रिज का मॉडल देख कोसीवासी राहत महसूस कर रहे हैं. लोगों को उम्मीद है कि यह पुल आने वाली कई पीढ़ियों को अपनी सेवा देगा. पुल का डिजाइन सामने आते ही लोगों के चेहरे एक बार फिर से खिल उठे हैं.एजेंसी ने पुल के 10 स्पेनों को तोड़ कर गिरा दिया है. पाया तोड़ने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा.
कब बंद हुआ डुमरी पुल
प्रखंड के डुमरी समीप कोसी बागमती के दो किनारों को जोड़ने वाली 30 पाये व 29 स्पेनो से बना डुमरी पुल महज 19 वर्षो तक ही सेवा देकर जवाब दे गया. 29 अगस्त 2010 को कोसी के प्रहार से पुल के चार पाये धंस गये. इससे स्टेनो के बीच एक्सपेंशन गैप बढ़ गया. संभावित खतरा को लेकर जिला प्रशासन ने आवागमन पर पूर्णत: रोक लगा दिया. वैकल्पिक तौर पर पैदल व बाइक चालक चार वर्षो से पुल पर आवागमन कर रहे है. मरम्मत कार्य को लेकर इस पर भी शीघ्र रोक लगने की संभावना है.
मरम्मत में हो रहा विलंब
वर्ष 2010 में डुमरी पुल पर आवागमन बंद होने पर राज्य सरकार ने अतिरिक्त राशि देकर 8 जून 2011 को स्टील पाइल ब्रिज का निर्माण करा कर वैकल्पिक आवागमन सुविधा दी.
पुल की आयु महज तीन वर्ष ही निर्धारित थी, लेकिन डुमरी पुल मरम्मत के पेच में फंसने से उक्त निर्धारित अवधि तक प्रारंभ नहीं हो पाया. स्टील ब्रिज की मरम्मत को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के पथ निर्माण मंत्री ने लगभग 11 करोड़ की लागत से क्षतिग्रस्त स्टील ब्रिज की मरम्मत करा कर उसे दोबारा चालू कराने की घोषणा की,
जिसकी प्रशासनिक स्वीकृति भी हो गयी. पुल निर्माण निगम ने जनवरी माह से कार्य प्रारंभ करना था, लेकिन अबतक कोई पहल ही नहीं होने से लोगों में असंतोष बढ़ता जा रहा है.
पाइल ब्रिज इस साल 19 अगस्त को बह गया था. इससे सहरसा, सुपोल, मधेपुरा समेत नेपाल का से भी सीधा संपर्क भंग हो गया. 17 करोड़ की लागत से बना स्टील ब्रिज ने डुमरी पुल के बंद होने से उत्पन्न संकटों को काफी हद तक कम किया. एक बार फिर जब डुमरी पुल का मरम्मत कार्य प्रारंभ हो गया है. कार्यावधि तक स्टील ब्रिज की मरम्मत को लेकर आस बंध गयी है.
स्टे केबल ब्रिज की डिजाइन
पुल के पाया संख्या 12 से 21 के बीच लगभग 290 मीटर की लंबी उच्च तकनीक आधारित पुल मात्र दो पाये पर ही झूलता नजर आयेगा. केबल ब्रिज के दोनों छोर के लिए पाया संख्या 10 व पाया संख्या 21 बेसमेंट का काम करेंगे. मेंटेनेंस के हिसाब से भी उक्त ब्रिज काफी फायदेमंद होगा. इसकी जानकारी कार्य एजेंसी के प्रोजेक्ट मेनेजर ने दी. उन्होंने बताया कि उच्च तकनीक आधारित स्टे केबल ब्रिज अगुवानी सुलतान घाट पर बनने वाले पुल के समान है.
50 करोड़ की लागत से डुमरी पुल की मरम्मत
1710 करोड़ की लागत से अगुवानी सुलतानगंज में केबल ब्रिज की निर्माण का फाइनेंशियल बीड खोला गया है. 50 करोड़ की लागत से डुमरी पुल मरम्मत के लिए फाइनेंशियल बीड की स्वीकृति मिली. संयोगवश जिले के दोनों महत्वपूर्ण स्टे केबल ब्रिज निर्माण के लिए चंडीगढ़ की एसपी सिंगला कार्य एजेंसी को ही मिली है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें