खगड़िया : मोरकाही थाना क्षेत्र के बछौता गांव के पूर्व सरपंच चुन्ना कुमार के पुत्र गौतम उर्फ गोलू अपहरण कांड की जांच अब सीआइडी करेगी. 15 जून से गायब गोलू का पता लगाने में खगड़िया पुलिस के विफल रहने के बाद पुलिस मुख्यालय स्तर से सीआइडी को पूरे मामले की तहकीकात करने का जिम्मा सौंपा गया है. अपहृत युवक के पिता चुन्ना के आवेदन पर मोरकाही थाना में आवेदन देकर बछौता पंचायत
के मुखिया सुनील कुमार सहित सात विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी में कई आरोपित जमानत पर हाल ही में छूटे हैं. बता दें कि पूरे मामले में बछौता के वर्तमान मुखिया सुनील कुमार की गिरफ्तारी के बाद धरना प्रदर्शन का दौर भी चला था. इधर, अपहृत गोलू के परिजनों का सब्र जवाब दे रहा था. लिहाजा, पूर्व सरपंच व गोलू के पिता ने उच्चाधिकारियों से गुहार लगायी तो पूरे मामले की जांच सीआइडी को सौंप दिया गया है. पुलिस अधीक्षक मीनू कुमारी ने भी गोलू अपहरण कांड की सीआइडी जांच के फैसले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि जल्द ही सीआइडी की टीम खगड़िया पहुंच कर मामले की छानबीन करेगी.
समोसा खाने निकला फिर वापस नहीं आया गोलू
अपहृत गौतम के पिता चुन्ना की ओर से थाना में दिये आवेदन के अनुसार बीते 15 जून को उनका पुत्र बछौता बाजार में समोसा खरीदने गया था. बावजूद नौ बजे रात तक जब घर नहीं लौटा तो खोजबीन शुरू कर दी गयी. उन्होंने कहा कि सभी सगे संबंधी के यहां खोजबीन के बावजूद कोई सुराग नहीं मिला. अनहोनी की आशंका से लोग सहमे हुए हैं. गोलू के पिता ने बछौता निवासी जर्नादन महतो के पुत्र वर्तमान मुखिया सुनील कुमार, कमलधारी महतो के पुत्र कुंदन मेहता, जयनारायण महतो के पुत्र ललन कुमार, कमलधारी महतो के पुत्र कंचन महतो, कुंदन महतो के पुत्र प्रिंस राज, ललन महतो के पुत्र सोनू कुमार व अमरदेव महतो के पुत्र राहुल कुमार पर अपहरण कर हत्या करने की आशंका जतायी है. मालूम हो कि चुन्ना कुमार व सुनील कुमार के बीच चुनाव के समय ही विवाद रहा है. इधर गांव में अपहरण को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है. कयास के दौर के बीच जल्द ही सीआइडी की टीम खगड़िया में दस्तक दे सकती है.