कुंदन हत्याकांड. आरोपित की गिरफ्तारी नहीं, पुलिस पर पक्षपात का आरोप
कटिहार : शहर के मंगल बाजार स्थित प्रतिष्ठित कारोबारी हरिप्रसाद पोद्दार के यहां कार्यरत कुंदन की संदेहास्पद स्थिति में मौत को लेकर शनिवार को मृतक के परिजनों ने समाहरणालय के समीप कटिहार-कोढ़ा मुख्य मार्ग पर आगजनी करते हुए दिन के एक से तीन बजे तक सड़क जाम कर दिया तथा पुलिस विरोधी नारेबाजी की. इधर, घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ लाल बाबू यादव, सहायक थानाध्यक्ष, नगर थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे व लोगों को समझाने बुझाने का कार्य किया. मृतक कुंदन की पत्नी सहित अन्य परिजन कुंदन की हत्या की जांच की मांग कर रहे थे. परिजनों का आरोप था कि उसके पुत्र की हत्या कर उसे सड़क दुर्घटना दिखाया गया था.
घटना को लेकर मुफस्सिल थाना में कुंदन की हत्या को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी, जिसमें हरि पोद्दार के पुत्र को नामजद किया गया. बावजूद पुलिस अबतक मामले में पक्षपात कर रही है. पुलिस ने अबतक आरोपित पर किसी प्रकार की कार्रवाई तक नहीं की है. पीड़ित परिजनों ने कहा कि आरोपित पक्ष धनाढ्य है. संभवत: इस बात को लेकर पुलिस किसी भी प्रकार की कार्रवाई से बच रही है. इधर, एसडीपीओ के आश्वासन पर आक्रोशितों को घंटो समझाने बुझाने के बाद सड़क जाम हटाया गया. एसडीपीओ के निर्देश पर नगर थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदू, महफूज आलम सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी हरि पोद्दार के धर्मशाला गये तथा कुंदन के कमरे व उसके समान की तलाशी ली . इस दौरान उक्त कमरे को पुलिस ने साफ पाया. इस पर पुलिस ने जब हरि पोद्दार व उनके पुत्रों से पूछताछ की तो उसने कहा कि यह कमरा साफ कर एक व्यक्ति को दे दिया है.
12 साल से मंगल बाजार के हरि पोद्दार के यहां काम करता था कुंदन
कुंदन के परिजनों ने कहा कि कुंदन तकरीबन 12 वर्ष से हरिओम पोद्दार के कटरा एवं विवाह भवन में मैनेजर के रूप में कार्यरत था. घटना के दिन सुबह भोलु पोद्दार को फोन किया तो बात करना भी उचित नहीं समझा. वह हरि पोद्दार का सारा कार्य करता था. एक एक रुपये का वह हिसाब किताब रखता था, जिस कारण हरि पोद्दार भी उसे अपने पुत्र की तरह मानते थे.
हरि पोद्दार के पुत्र भोलु पर हत्या की आशंका : कुंदन की शादी बीते तीन माह पूर्व 29 जनवरी को पूर्णिया जिले के कसबा में हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद उसकी पत्नी रिंकी अपने मायके गयी हुई थी, जिसका गौना पांच अप्रैल को होना था. चार अप्रैल की रात रिंकी ने अपने पति कुंदन से फोन पर संपर्क किया और उससे पूछा कि वह कहां है. उसने बताया कि वह अपने कमरे यानि धर्मशाला के कमरा नंबर चार में है और उसके पास कोई नहीं है. इस बात के बाद रिंकी को आवाज सुनायी दी कि कुंदन कमरे में है, जल्दी से कमरा बंद कर दो अन्यथा वह भाग जायेगा. इसके बाद उसका फोन डिस्कनेक्ट हो गया. सुबह रिंकी को जानकारी मिली की उसके पति की मौत सड़क हादसे में हो गयी. वहीं मृतक के पिता सुरेश सिंह ने कहा कि जब घटना की जानकारी उसके कटिहार स्थित मालिक हरि पोद्दार व उसके पुत्र भोलु पोद्दार को दी गयी, लेकिन किसी ने थाना से लेकर मृतक के परिजनों तक बात तक नहीं की.