कटिहार : सरकार द्वारा 500 व 1000 के नोट बंद किये जाने के बाद सर्वाधिक परेशानी महिलाओं को झेलनी पड़ रही है. महिलाओं का कीचन की सामग्री समाप्त हो चुकी है. अब सरकार ने जब बैंक के जरिये एक्सचेंज के रूप में दो हजार का नोट देना शुरू किया तो लोगों के लिये यह एक […]
कटिहार : सरकार द्वारा 500 व 1000 के नोट बंद किये जाने के बाद सर्वाधिक परेशानी महिलाओं को झेलनी पड़ रही है. महिलाओं का कीचन की सामग्री समाप्त हो चुकी है. अब सरकार ने जब बैंक के जरिये एक्सचेंज के रूप में दो हजार का नोट देना शुरू किया तो लोगों के लिये यह एक नया सिरदर्द बन गयी है.
महिलाओं को तो और भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. न्यू मार्केट में सब्जी खरीदने पहुंची उर्मिला देवी ने बताया कि आज ही उन्हें बैंक से दो हजार रुपये का नोट मिला. सब्जी वाले सौ-दो सौ रुपये का सब्जी लेने पर भी नोट को नहीं ले रहे हैं. इससे हमारी परेशानी और बढ़ गयी है. यही स्थिति फलपट्टी में खाद्य सामग्री लेने पहुंचे उमेश प्रसाद का था. उन्होंने बताया कि दो हजार का नोट दुकानदार द्वारा खुदरा का बहाना करके नहीं लिया जा रहा है.
राष्ट्रहित में साहस पूर्ण फैसला : वहीं भारत स्वाभिमान न्यास कटिहार के जिला प्रभारी दयाशंकर राय ने पुराने पांच सौ व एक हजार के नोट का चलन बंद करने का प्रधानमंत्री मोदी के फैसले का जोरदार स्वागत किया है. श्री राय ने कहा कि पतंजलि योग समिति एवं भारत स्वाभिमान न्यास ने पुराने नोटों के चलन बंद करने को लेकर स्वामी रामदेव ने पूरजोर समर्थन किया है. योग के साथ कालेधन पर पूर्ण रोक के लिये बाबा रामदेव ने भी वर्षो तक संघर्ष किया. न्यास का मानना है कि कालाधन, काला बाजारी के सभी तरह के आर्थिक, राजनीतिक तथा आतंकवादी के मनोबल को उंचा करने को बढ़ावा देता है. पतंजलि योग समिति का मानना है कि प्रधानमंत्री के इस फैसले से भारत वासी ज्यादा समृद्ध हो सकेंगे.