कटिहार (डंडखोरा): प्रखंड में बाढ़ राहत सूची में हुए फर्जीवाड़े के विरुद्ध शुक्रवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित लोगों ने स्थानीय मुसलिम टोला चौक पर कटिहार-सोनौली मुख्य पथ को चार घंटे तक जाम रखा. लोगों ने टायर जला कर अावागमन रोक दिया व प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की. प्रखंड के द्वाशय पंचायत के उप मुखिया मनोज कुमार मंडल के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में महेशपुर, रायपुर, डंडखोरा, द्वाशय पंचायत के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. संचालन वरिष्ठ नेता सह अधिवक्ता विजय कुमार झा ने किया.
सड़क जाम की सूचना मिलने पर पूर्व सांसद निखिल कुमार चौधरी, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रभूषण ठाकुर, राकांपा के कार्यकारी जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, एनसीपी नेता फिरोज अहमद कुरैशी भी मौके पर पहुंचे. जाम कर रहे लोगों ने कहा कि बाढ़पीड़ितों की सूची में जो बाढ़ से पीड़ित हैं उनका नाम नहीं है, बल्कि वैसे लोगों का नाम है, जो बाढ़पीड़ित नहीं है. फर्जी आवासीय पता देकर बाढ़ राहत मुआवजा का लाभ दिया जा रहा है. प्रखंड प्रशासन की मिलीभगत से बाढ़ राहत सूची बनाने में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है. आपदा प्रबंधन द्वारा निर्धारित किये गये मानक को भी नजरअंदाज किया गया है. प्रखंड के जिन गांवों में बाढ़ का पानी घुसा था, उसमें गैर प्रभावित लोगों का नाम सूची में दर्ज कर उन्हें लाभ देने की योजना बनायी गयी है. बाढ़ से इस प्रखंड में 400-500 घरों में पानी घुसा होगा, लेकिन बाढ़ राहत सूची में 4000 से अधिक पीड़ितों का नाम दिया गया है. आक्रोशित लोगों ने यह भी कहा कि बाढ़ राहत मुआवजा राशि देने में व्यापक पैमाने पर कमीशनखोरी हो रही है.
कई गांव ऐसे हैं जहां के लोग सप्ताह भर सड़क किनारे विस्थापित होकर रह रहे थे, लेकिन उन लोगों का नाम प्रभावितों की सूची में नहीं है. पूर्व सांसद श्री चौधरी ने जिला प्रशासन से स्थानीय प्रशासन द्वारा बनायी गयी सूची की जांच निष्पक्ष तरीके से करवाने की मांग की. भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष श्री ठाकुर ने कहा कि बाढ़पीड़ितों की सूची की निष्पक्ष जांच हो, नहीं तो डीएम के समक्ष भी धरना-प्रदर्शन किया जायेगा. जिला प्रशासन के निर्देश पर आक्रोशित लोगों से वार्ता करने पहुंचे सीओ निरंजन कुमार मिश्रा ने कहा कि आपदा प्रबंधन के वरीय पदाधिकारी द्वारा जांच का आदेश दिया गया है. प्रखंड में बनायी गयी सूची की जांच होगी. उसके बाद ही प्रभावित लोगों के खाते में राशि दी जायेगी. उन्होंने आश्वस्त किया कि बनायी गयी सूची में जो गड़बड़ी हुई है, उसमें सुधार कर वास्तविक प्रभावित लोगों को लाभ दिया जायेगा. सीओ के आश्वासन के बाद जाम समाप्त किया गया.