शिक्षा के नाम पर समाज को बांटने का काम कर रही है कांग्रेस : अभाविप
कटिहार: कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी का विरोध करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को शहीद चौक पर सोनिया गांधी का पुतला दहन किया. उनके विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांतीय समिति सदस्य अजरुन कुमार भगत ने कहा कि देश को तोड़ने की एक और साजिश में किये जा रहे एएमयू की जो आधारशिला रखी जा रही है. यह शिक्षा के नाम पर समाज को बांटने का काम हो रहा है. केंद्र सरकार में सत्तारूढ़ सरकार किशनगंज में वोट बैंक की बढ़ोत्तरी के लिए दो वर्ष पूर्व 224 एकड़ जमीन राज्य सरकार के साठ-गांठ से अवैध रूप से आवंटित करवायी है. वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा को सांप्रदायिकता से जोड़ने का कार्य हो रहा है. वनवासी और अन्य जनजाति, अति पिछड़े गरीबों की जमीन को इसलिए हथिया जा रहा है ताकि वहां चंद वोटों के लिए एएमयू शाखा की नींव रखी जा सके. एएमयू के लिए जमीन किशनगंज में ही क्यों. शिक्षा का मामला या तो बीएचयू या जेएनयू जैसे उच्च संस्थान क्यों नहीं. एएमयू वहीं विश्व विद्यालय है जहां भारत से पाकिस्तान को अलग करने की रूपरेखा तैयार की गयी थी एवं इसकी नींव भी इसी विश्वविद्यालय में रखी गयी थी. किशनगंज, बांग्लादेश से सटे होने के कारण बांग्लादेशियों के घुसपैठ का एक मुख्य स्थान है. प्रतिबंधित कॉलेज को किसी खास धार्मिक बहुल्य वाले क्षेत्र में खोलने की जो साजिश रची गयी है. इससे देश की एकता एवं अखंडता पर खतरा मंडरा रहा है और राष्ट्रीयता खतरे में है. जिला विस्तारक धनरंजन ने कहा किसी खास धर्म या संप्रदाय के आधार पर तुच्छ वोटों के लिए केंद्र सरकार एवं वर्तमान राज्य सरकार के इस साजिश का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विरोध करती है. श्री धनरंजन ने कहा कि सीमांचल के इस धरती पर आतंकवाद की फैक्टरी एएमयू की शाखा विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के लाश पर खुलेगी. वहीं (जिला संयोजक) खुशीलाल भगत ने वर्तमान केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की वोट बैंक के लिए इस ओछो राजनीतिक का विरोध करते हुए समाज के लोगों एवं युवाओं से इसके विरोध खड़े होने की अपील की. इस अवसर पर विद्यार्थी परिषद के अनिश सिंह, रघुनंदन, चंदन कुमार, अभिषेक रमाणी, भास्कर सिंह, राहुल सोनी, चंदन पासवान, राजेश भारती, रोहित कुमार, प्रीतम पोद्दार, संजीव मंडल सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.