कटिहार: एक ओर केंद्र व राज्य सरकार यह दबा करती है कि हमारी सरकार जनता के लिए काम कर रही है, वही दूसरे तरफ अतिक्रमण मुक्त अभियान के नाम पर गरीब व कमजोर लोगों को ठंड में घर से बेघर करने का अमानवीय कार्य किया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने इसकी निंदा की है. रेलवे क्षेत्र में वर्षो से अतिक्रमण कर रहे सिंगल टोला में शुक्रवार को रेलवे प्रबंधक के निर्देश पर बुलडोजर चला दिया गया. हालांकि लोग रेलवे की जमीन को अतिक्रमण कर जबरन रह रहे थे. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि इस जाड़े के मौसम में आखिर वह जायें तो जाये कहां. गरमी का मौसम रहता तो कहीं भी आसमान के नीचे सो जाते, लेकिन सर्द मौसम में जिला प्रशासन ने बढ़ते ठंड को देखते हुए सरकारी विद्यालयों में छुट्टी घोषित कर दी है. वहीं दूसरी ओर रेलवे प्रबंधक गरीबों के झुग्गी-झोपड़ी को हटाने के कवायद में जुटी है. लोग ठंड के कारण अपने घर से नहीं निकल रहे हैं. ऐसे में रेलवे की भू-भाग पर अतिक्रमण कर रह रहे सैकड़ों लोगों के घर को ठंड में तोड़ना क्या सही है?.
वर्षा होने से बढ़ी परेशानी
रेलवे क्षेत्र में वर्षो से रह रहे गरीबों पर सामत आ पड़ी है. रेल प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाने के क्रम में उनकी झोपड़ी को हटा दिया गया. वे अब खुले आसमान तले रहने को विवश हो रहे हैं. शनिवार को ठंड के साथ वर्षा होने से इनकी मसीबतें बढ़ गयी है. इन गरीबों की स्थिति यह है कि वे अपने समानों व बच्चों को भी सुरक्षित नहीं रख पा रहे हैं. ये गरीब रेल प्रशासन के वरीय पदाधिकारी से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों को कोस रहे हैं.