कटिहार : शहर के डहेरिया स्थित सनबायो मैन्यूफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड पुराना जुट मिल को चालू कर दिया गया है . पर, सभी मजदूरों को कार्य पर नहीं रखा गया है. सिर्फ सौ से डेढ़ सौ मजदूरों से काम िलया जा रहा है. इस मिल में 650 मजदूरों की संख्या है. सभी मजदूरों को कार्य पर […]
कटिहार : शहर के डहेरिया स्थित सनबायो मैन्यूफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड पुराना जुट मिल को चालू कर दिया गया है . पर, सभी मजदूरों को कार्य पर नहीं रखा गया है. सिर्फ सौ से डेढ़ सौ मजदूरों से काम िलया जा रहा है. इस मिल में 650 मजदूरों की संख्या है. सभी मजदूरों को कार्य पर नहीं रखे जाने से अन्य मजदूरों में रोष है. मजदूरों की कमी के कारण प्रोडक्शन भी कम ही होता है. पुराना जुट मिल को चालू हुये लगभग पांच महीना गुजरने को है,
लेकिन मजदूरों की संख्या उतनी ही है. मजदूरों की संख्या बढ़ायी नहीं गयी है. वहीं इस मामले में मिल प्रबंधन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. सभी मजदूरों को कार्य पर रखा जाये, इसके लिये न ही जनप्रतिनिधि और न ही जिला प्रशासन कोई पहल कर रहा है.
मिल बंद व खुलने का चोली दामन का रिश्ता : पुराना जुट मिल खुलने व चालु होने का चोली दामन का रिश्ता है. मई 2014 को प्रोडक्सन कम होने का हवाला देकर मिल प्रबंधन ने मिल को बंद कर दिया था. आठ महीने बाद मिल को पुन: चालु किया गया लेकिन कुछ दिनों चलने के बाद प्रबंधन ने बिजली नहीं होने का हवाला देकर मिल बंद कर दिया. पुन: जब मिल चालु हुआ तो 650 मजदूर की जगह सिर्फ 100-150 मजदूरों से कार्य लिया जा रहा है.
नये मिल की स्थिति भी बदतर
एनजेएमसी की इकाई आरबीएचएम जुट मिल (नया जुट मिल) भी कई महीनों से बंद पड़ा हुआ है लेकिन अब तक उसे चालू नहीं किया गया है. जिसके कारण हजारों मजदूर बेरोजगार होकर भूखमरी की समस्या का सामना कर रहे है.