कटिहार : पूर्व में भी कई रेल यात्रियों की हत्या सफर के दौरान हो चुकी है. असम का एक छात्र दिल्ली साक्षात्कार देने जा रहा था. सीट पर बैठने को लेकर कटिहार रेलवे स्टेशन पर एक यात्री से अनबन हुई थी. जिसके बाद उक्त छात्र का शव नवगछिया रेलवे स्टेशन के समीप एक तलाब से रेल पुलिस ने बरामद किया था.
उक्त मामले में भी रेल अधिकारी की काफी किरकिरी हुई थी. घटना के कई दिन बाद स्टेशन के समीप एक तालाब से शव को बरामद किया गया था. उक्त मामले में भी तत्कालीन रेल एसपी सुकन पासवान ने भी पल्ला झाड़ने का प्रयास किया था. चूंकि मामला हाई प्रोफाइल था. जिस वजह से रेल पुलिस ने तफ्तीश कर उसके शव को बरामद किया था.
दूसरा मामला कोलकत्ता के चेयरमेन के पुत्र का था. मालदा- बारसोई रेलखंड के बीच उसका शव बरामद किया गया था. जिसमें जांच के पश्चात यह सामने आया था कि यात्रा के दौरान उसकी हत्या कर उसके शव को रेलखंड के बीच रखा गया था. ताकि इसे हादसा समझा जाये.
इसके अलावा कई ऐसे मामले में जिसमें यात्री की मौत नशा खुरानी गिरोह के कारण हुए और कई यात्री तो इस गिरोह के शिकार होकर अपना सबकुछ लूटा बैठे है. यहां तक कि कई बार ट्रेनों में डकैती की घटना से भी यात्री जूझ चुके है. लेकिन रेल प्रशासन है कि सुखद व सुरक्षित यात्रा का सपना यात्रियों को दिखाते रहती है.