कटिहार : जिले के पोठिया ओपी क्षेत्र में लूट की योजना बनाते पांच अपराधी को एक ऑटोमेटिक पिस्टल, एक कट्टा व छह कारतूस व फोरेन करेंसी के साथ गिरफ्तार किया. इस दौरान अपराधियों ने चार राउंड गोलियां भी पुलिस पर फायर किया. पुलिस ने आत्मरक्षार्थ के लिए अपराधियों पर गोली चलायी.
इसमें एक अपराधी के पांव में गोली लगी, जिसे पुलिस ने दबोच लिया. तीन अपराधियों को ग्रामीणों ने पकड़ कर पुलिस को सौंपा. गिरफ्तार अपराधियों के संदर्भ में एसपी डॉ सिद्धार्थ मोहन जैन ने कहा कि उन्हें गुप्त सूचना मिली कि अपराधी पूर्णिया से एक चालक सहित स्कॉर्पियो की लूट कर कटिहार की ओर निकले हैं. एसपी को जानकारी मिलते ही कोढ़ा इंस्पेक्टर बी सिंह सहित अन्य थानाध्यक्ष को अलर्ट कर दिया. इस बीच पुलिस को सूचना मिली की उक्त स्कॉर्पियो डुम्मर चौक के पास है. एसपी को जानकारी मिलते ही एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ लाल बाबू यादव, कोढ़ा इंस्पेक्टर बी सिंह, कोढ़ा थानाध्यक्ष अजीत कुमार, पोठिया ओपी प्रभारी अमृत कुमार की गठित टीम घटनास्थल की ओर रवाना हो गयी.
सभी अपराधी पूर्णिया के रहनेवाले
घटनास्थल पर पुलिस ने चारों ओर से अपराधियों की घेराबंदी कर दी. अपराधी को दबोचने के लिए जैसे ही पुलिस आगे बढ़ी अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी. तथा स्कॉर्पियो छोड़ सभी भागने लगे.
इस दौरान अपराधियों ने पीछे आ रहे पुलिस पदाधिकारी पर गोली चला दी. पुलिस ने आत्मरक्षा में चार राउंड गोली चलायी. इसमें एक गोली ललन पासवान पिता विशु पासवान हंसदा टोला पूर्णिया के पांव में लगी तथा केशर उर्फ जिया पिता जियाउद्दीन गाड़ीवान टोला पूर्णिया को गिरफ्तार कर लिया. लूटे गये स्कॉर्पियो के चालक मो अशिक पिता सिराज अंसारी लाइन बजार थाना खजांची को अपराधियों ने वाहन में बंधक बना कर रखा था, उसे मुक्त कराया.
डुम्मर चौक से तीन अपराधी खेत खलिहान होकर बरारी के मरघिया गांव की ओर भाग गये. मरघिया के ग्रामीणों ने अपराधी की भनक पाकर सभी अपराधियों को दबोच कर पुलिस के सुपूर्द कर दिया. इसमें विनोद पासवान पिता राम विलास पासवान, हंसदा टोला पूर्णिया, आफताब खां पिता मुस्तफा गुलाबबाग हंसदा टोला पूर्णिया तथा अभिषेक यादव उर्फ अजय उर्फ नेपाली पिता रामस्वरूप गुलाबबाग हंसदा टोला शामिल था.
गुलाबबाग लूट कांड के हैं मुख्य आरोपी
एसपी डॉ सिद्धार्थ जैन ने कहा कि गिरफ्तार सभी अपराधी एक माह पूर्व पूर्णिया जिले के गुलाबबाग में हुई 30 लाख के लूट कांड में भी संलिप्त थे. इसमें इन अपराधियों को 19 लाख का हिस्सा मिला था.