कटिहार : कटिहारभले ही सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था की बेहतर स्थिति का डंका पीट रही हो, लेकिन स्वास्थ्य व्यवस्था जिले में पूरी तरह से चरमरा गयी है. लोगों को स्वास्थ्य सुविधा का बेहतर लाभ नहीं मिल रहा है. लोग निजी क्लिनिक के भरोसे इलाज कराने को विवश हो रहे हैं. ऐसे में गरीब तबके के मरीजों को अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है.
स्थिति तो यह है कि गरीब पैसे के अभाव में इलाज कराने से वंचित हो रहे हैं. इधर सरकार का गठन भी हो गया, सुशासन बाबू की सरकार भी बन गयी. अब लोगों को विश्वास है कि पूर्व की तरह ही स्वास्थ्य सहित अन्य व्यवस्था को ठीक कर लिया जायेगा. कटिहार सदर अस्पताल में करीब कई माह से आंख का डॉक्टर नही है.
आंखों को दिखाने के लिए कटिहार सदर अस्पताल में नित्य पचास से अधिक मरीज पहुंचते है. उनका इलाज भी होता है लेकिन एक टेक्नीशियन के हाथ से. . -एक सौ मरीज को देखते है टेक्नीशियनकटिहार में नेत्र चिकित्सक के जगह टेक्नीशियन वासिब अली से कार्य लिया जाता है. वे रोज 50 से 100 रोगी को देखते हैं.
जिले के विभिन्न प्रखंड से लोग कटिहार सदर अस्पताल अपने आंख को दिखाने पहुंचते है जिसका इलाज टेक्नीशियन करते है. कहते हैं सीएससीएस एसएन झा ने कहा कि आंख की छोटी मोटी बीमारी का इलाज अस्पताल में हो रहा है, जिसकी ट्रेनिंग एएनएम सहित टेक्नीशियन को दी गयी है,
जिस मरीज की आंख की बीमारी कुछ बड़ी रहती है उसे शीघ्र ही रेफर कर दिया जाता है. हमारे अस्पताल में नेत्र चिकित्सक की कमी है. शीघ्र ही इस कमी को पूरी कर दी जायेगी.