कुरसेला :दुर्घटना में स्कूली बच्चियों के मौत के सदमे ने परिजनों को झकझोर कर रख दिया है. घटना और बच्चियों को याद कर परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा है.
समेली विष्णीचक के मंटू ठाकुर के सात वर्षीय पुत्री प्रीति कुमार के मौत से पूरा परिवार सदमे में है. मासूम की मां नूतन देवी दुख के वेदना से खुद का सुध खो चुकी है. प्रीति तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी थी. छोटी बहन सुप्रिया और दो वर्षीय भाई शिवम प्रीति के स्कूल से घर लौट आने का इंतजार में है.
इसी तरह जगदीश मिस्त्री की सात वर्षीय पुत्री अंजलि के मौत से घर का माहौल गमगीन बना हुआ है. मासूम बच्ची की माता बुलबुल देवी सहित पिता व भाई राजीव, सुधीर बहन लक्ष्मी, रेखा, पूजा आदि परिजनों के आंसू गम में थमने का नाम नहीं ले रही है. पुत्री के वियोग में मासूम की मां दहाड़े मार रो उठती है.
समेली चकला मौलानगर के मृत नुपूर रानी और विष्णीचक के पगली देवी के मौत से इनके परिवारों में मातम छाया हुआ है. वहीं डुम्मर पुल के समीप कोसी नदी में दुर्घटना में मरे बच्चियों, शिक्षिका व रसोइया की चिता एक साथ जली. -दुर्घटना का हुआ था आभाससूतारा मेंही मिशन स्कूल के लिए बस पर जा रहे प्रीतम कुमार (10) को पीएचसी समेली से गुजरते वक्त आंख लग गयी
थी. नींद आने पर उसने सपने में देखा कि उनका बहन किसी वाहन से टकरा गया है. आंख खुली तो उसने स्कूली बस के सवार बच्चों को रोते-चिल्लाते पाया. हालांकि दुर्घटना में उसे भी चोटें आयी थी, जिसका एहसास उन्हें बाद में हुआ. वह स्कूल बस के किसी सीट पर बैठा था. दुर्घटना कैसे हुआ इस बात का उसे कुछ पता नहीं था. अचानक आंख खुलने पर उसे लगा कि बस ने ब्रेक लगाया है.