कटिहार : मंडल कारा में बंद विचाराधीन कैदी सुंदर महलदार (65) की मौत गुरुवार की सुबह इलाज के क्रम में सदर अस्पताल में हो गयी. विचाराधीन कैदी की मौत पर मृतक के परिजनों ने मंडल कारा पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
मृतक के पुत्र राजु महलदार ने कहा कि अगर इसका इलाज पूर्व ही अच्छे चिकित्सा संस्थान में कराते तो उसकी मौत नहीं होती. कैदी की मौत की जानकारी मिलते ही डीएम ने जांच टीम व पोस्टमार्टम की बीडीओ रिकार्डिंग व मेडिकल टीम गठित कर कैदी का पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिये.
जानकारी के अनुसार जमीनी विवाद में हत्या के आरोप में चार माह से मंडल कारा में बंद विचाराधीन कैदी सुंदर महलदार पिता मोहन महलदार का इलाज मंडल कारा में हो रहा था. उसकी स्थिति बीते मंगलवार को खराब हो गयी. जिसे संध्या 4.10 मिनट पर उसे सदर अस्पताल में डॉ तनवीर हैदर ने दवाई देते हुए उसे भरती किया.
30 सितंबर की रात उसे खून की उल्टी भी हुई जिसमें चिकित्सक डॉ एक देव ने उसे खून को रोकने को लेकर दवाई दिया लेकिन उसकी स्थिति में सुधार नही हुआ और गुरुवार सुबह 5.30 में उसकी मौत हो गयी. घटना की जानकारी मिलते ही डीएम संजय कुमार सिंह ने मामले को लेकर जांच टीम का गठन का निर्देश दिया.
डीएम श्री सिंह के आदेश पर जांच अधिकारी, एसडीओ सुभाष कुमार, नगर थानाध्यक्ष के एन सिंह सदर अस्पताल पहुंचे जहां जांच अधिकारी के निर्देश पर शव के शरीर पर खरोंच व अन्य निशान को ढूंढा. पूरे शरीर का वीडियो रिकाॅर्डिंग भी कराया.