प्रतिनिधि :कटिहार समाहरणालय के सभा कक्ष में गुरुवार को डीएलसीसी की बैठक हुई.
जिला अग्रणी बैंक के नेतृत्व में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता डीएलसीसी के अध्यक्ष सह जिला पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने किया. बैठक में अग्रणी जिला प्रबंधक बीपी कुशवाहा ने एजेंडा प्रस्तुत किया. उन्होंने वित्तीय वर्ष 2014-15 के आखिरी तिमाही के साथ-साथ जून तक के प्रगति प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया.
बैठक में डीएम ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, शिक्षा ऋण, डीआरआइ सहित विभिन्न योजनाओं से जुड़े ऋणों की प्रगति पर असंतोष प्रकट करते हुए बैंकों को निर्देश दिया कि वह सामाजिक सुरक्षा व कल्याणकारी योजनाओं से जुड़ी ऋण देने में दिलचस्पी दिखाये. उन्होंने एलडीएम को इस संदर्भ में जरूरी निर्देश भी दिया.
बैठक में समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी कि जिले में साख जमा अनुपात 62.95 प्रतिशत है. डीएम ने समीक्षा के दौरान डीएलसीसी व एसएलबीसी के आंकड़ों में तालमेल नहीं होने पर फटकार लगायी. इस पर एलडीएम श्री कुशवाहा ने बताया कि इस संदर्भ में एसएलबीसी को पत्र लिखा गया है.
बैठक में नाबार्ड के प्रतिनिधि अमित कुमार ने कहा कि स्टेट बैंक कुरसेला व गुरुबाजार शाखा द्वारा जेएलजी के तहत ऋण वितरण में उदासीनता बरती जा रही है. बैठक में आसन्न विधानसभा चुनाव को लेकर डीएम ने सभी बैंकों से कहा कि मतदाताओं को विधानसभा चुनाव में मतदान करने के प्रति अपने स्तर से जागरूक करें. एलडीएम श्री कुशवाहा ने केसीसी ऋण सहित विभिन्न ऋणों के सदुपयोग पर जोर दिया.
बैठक में मौजूद उपविकास आयुक्त मुकेश पांडेय ने कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्रथम स्तर पर होने वाले कृषि गोष्ठी में बैंकों को शामिल होने के लिए पहल करें. सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक विनोद कुमार ने डीएम सहित अन्य अधिकारियों को बैठक में शामिल होने पर धन्यवाद देते हुए कहा कि सबके सहयोग से बेहतर काम किया जा सकेगा. मौके पर कई प्रशासनिक अधिकारी, बैंक के जिला समन्वयक आदि ने हिस्सा लिया.