अमदाबाद: आजादी के दशकों बाद भी अमदाबाद प्रखंडवासियों को सड़क सुविधा नसीब नहीं हो सका है. इससे लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 14 पंचायतों का अमदाबाद प्रखंड है. इस प्रखंड से जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए दो सड़कें हैं. पहली सड़क भाया मनिहारी अनुमंडल होते हुए व दूसरी प्राणपुर प्रखंड होते हुए जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए है. लेकिन इन दोनों सड़कों की स्थिति जजर्र है. प्रखंड से मनिहारी अनुमंडल होते हुए जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क मनिहारी-अमदाबाद के बीच वर्ष 2011 से पक्कीकरण का कार्य चल रहा है. लेकिन अब तक कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है.
उधर महानंदा बांध पर वर्ष 2004 के आसपास सिंहेश्वर चौक रोशना से कमरूद्दीन टोला गांव तक में पीएमआरवाइ के तहत पक्कीकरण किया गया था. लेकिन मरम्मत के अभाव में सड़क जजर्र हो गया है. यह सड़क कभी लाइफ लाइन के नाम से जाना जाता था. बाढ़-बरसात के दिनों में सभी सड़क अवरुद्ध हो जाते थे. लेकिन महानंदा बांध पर बनी पक्की सड़क काफी ऊंची होने के कारण कभी भी इस सड़क पर आवागमन अवरुद्ध नहीं होता था. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इस सड़क में पक्कीकरण होने के बाद एक बार भी मरम्मती कार्य नहीं हो पाया. इस वजह से यह सड़क वर्तमान समय में जगह-जगह पर बड़ा-बड़ा गड्ढा हो गया है. इस सड़क पर कभी सवारी गाड़ियां से लेकर अन्य वाहन फर्राटा मारती थी. लेकिन वर्तमान समय में इस सड़क से पैदल गुजरने में लोग कतराते हैं. हालांकि प्रखंड के बैदा, लखनपुर, जंगलाटाल, बैरिया आदि पंचायत का जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली मुख्य सड़क नहीं होने के कारण इस खटारा सड़क से होकर जान जोखिम में डाल कर गुजरना विवशता है.
कहते हैं प्रखंडवासी
प्रखंड क्षेत्र के रामदेव सिंह, भारद्वाज सिंह, भोला यादव, सुधीर रविदास, लोगेन चंद्र रविदास, विरेंद्र कुमार जयसवाल, देव कुमार आनंद आदि लोगों ने कहा कि अमदाबाद प्रखंड से जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए मनिहारी अनुमंडल होते हुए एवं प्राणपुर प्रखंड होते हुए मुख्य सड़क है. लेकिन दोनों में से एक भी सड़क दुरुस्त नहीं है. मनिहारी-अमदाबाद सड़क में पिछले पांच वर्षो से कार्य पक्कीकरण का चल रहा है. लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि व प्रशासन एवं विभागीय उदसीनता के कारण अब तक कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है. उधर महानंदा बांध पर बनी पक्की सड़क का खास्ताहाल हो गया है. इस सड़क में भी संवेदक के लापरवाही एवं विभागीय शिथिलता के कारण मरम्मती के अभाव में सड़क जगह-जगह से टूट कर खटारा हो गया है.
कहते हैं पूर्व मुखिया
पूर्व मुखिया श्रवण सर्राफ ने कहा कि वर्ष 2010 में महानंदा बांध पर बनी सड़क की मरम्मती कार्य को लेकर स्थानीय लोगों द्वारा एवं कुछ वाहन मालिकों द्वारा आमरण अनशन भी किया गया था और तत्कालीन बीडीओ अमदाबाद द्वारा मरम्मती कार्य से संबंधित वरीय पदाधिकारी को पत्र प्रेषित करने का आश्वासन देकर अनशन तोड़वाया गया था. लेकिन अब तक इसका कोई लाभ प्रखंड वासियों को नहीं मिल पाया है. आज भी अमदाबाद प्रखंड के लोग सड़क समस्या से जूझ रहे हैं और आये दिन जान जोखिम में डाल कर इस सड़क से आवागमन करते हैं.