बलिया बेलौन . विशेष उर्दू-बंगला शिक्षक पात्रता परीक्षा परिणाम के संबंध में पटना उच्च न्यायालय द्वारा दोबारा रिजल्ट प्रकाशन किये जाने का आदेश दिये जाने के एक सप्ताह गुजर जाने के बाद भी परीक्षा परिणाम प्रकाशित नहीं हुआ है.
बिहार सरकार शिक्षा विभाग एवं बिहार विद्यालय सेवा बोर्ड द्वारा कुछ कार्रवाई शुरू नहीं किये जाने से उर्दू-बंगला पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षक अभ्यर्थियों की बेचैनी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. शिक्षक अभ्यर्थी मो रासिख यजदानी, गोलाम राजिक, जमील अख्तर, अनवर हुसैन, इशरत फातमा, मिदहत शादान आदि ने बताया कि वर्ष 2013 में पात्रता का परीक्षा लिया गया एवं रिजल्ट का प्रकाश किया गया. तब से उर्दू-बंगला शिक्षक बनने का आशा लेकर घर में बेरोजगार होकर बैठे हैं.
शिक्षक बनने की आशा में कोई दूसरा रोजगार भी शुरू नहीं किया जा रहा है. ऐसे में अभ्यर्थियों की आर्थिक हालत दयनीय हो गयी है. यहीं स्थिति रहा तो शिक्षक अभ्यर्थियों द्वारा आत्मदाह करने पर विवश होगा. उर्दू-बंगला शिक्षक अभ्यर्थियों ने बिहार सरकार, शिक्षा विभाग एवं बिहार विद्यालय सेवा बोर्ड से आग्रह किया है कि पटना उच्च न्यायालय के आदेशानुसार शीघ्र संशोधित रिजल्ट का प्रकाशन कर उर्दू-बंगला अभ्यर्थियों को शिक्षक पद पर नियोजन करने की प्रक्रिया शुरू करें. अभ्यर्थियों ने बताया कि सरकार द्वारा प्रक्रिया शुरू नहीं किया जाता है तो अभ्यर्थियों आत्मदाह करने को विवश होंगे.