प्रतिनिधि, बरारी बरारी प्रखंड के सिवाना ढाला होते हुए रौनियां गांव होकर समेली कामत बोरापार सिक्कट तक जर्जर सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत कार्य कराये जाने की सूचना से गांव वासियों के चेहरे पर जो चमक आयी थी. पांच वर्ष बीत जाने के बावजूद इस सड़क का निर्माण नहीं किये जाने पर यहां की लगभग 40 हजार ग्रामीण जनता सहित जनप्रतिनिधि व बुद्धिजीवी आक्रोशित हैं.
वरिष्ठ समाजसेवी कौशल यादव, युवा वरिष्ठ नेता नीरज कश्यप उर्फ हिटलर यादव, रौनिया पंचायत की मुखिया सामो देवी, दलित नेता असर्फी ऋषि, पंचायत समिति पप्पू शर्मा, प्रखंड प्रमुख नीलम कौर सहित ग्रामीण जनता ने बताया कि जनप्रतिनिधि की उदासीनता के कारण इन सड़क मार्गों का उन्नयन नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
जीडी रोड होते हुए रौनिया ढाला से निकल कर रौनिया ग्राम पंचायत, सिक्कट ग्राम पंचायत, सूजापुर ग्राम पंचायत, बरेटा ग्राम पंचायत व बरारी ग्राम पंचायत एवं लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत को जोड़नेवाली यह मुख्य सड़क है. इस सड़क में रोजाना ग्रामीण, मजदूर, किसान, पशुपालक हजारों की संख्या में आवागमन करते हैं. साथ ही आधा दर्जन ग्राम पंचायतों का यह मुख्य संपर्क मार्ग है, जो प्रखंड मुख्यालय को जोड़ता है.
सांसद, विधायक, एमएलसी के रहने के बावजूद इस सड़क का निर्माण नहीं किया जाना, इस ओर ध्यान नहीं दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. यदि समय रहते इस सड़क का निर्माण नहीं किया जाता है तो हम सभी एकत्र होकर जिला पदाधिकारी, पूर्णिया प्रमंडल आयुक्त व बिहार के मुख्य सचिव से मिल कर अपनी बातों को रखेंगे और ग्रामीण जनता की दयनीय स्थिति से अवगत करायेंगे.