इसके लिए छह करोड़ राशि का आवंटन कर दिये जाने की बात बतायी जा रही है. जल संसाधन विभाग के निर्देशों के तहत मुख्य अभियंता श्याम बिहारी राम ने सोमवार को अभियंताओं के दल के साथ कटावस्थल का निरीक्षण कर निरोधी कार्य का मैप भी तैयार कर लिया है.
अभियंताओं का दल भी चाहते हैं कि निरोधी कार्य के मैप आधार पर शीघ्र बाढ़ पूर्व कार्य प्रारंभ हो जाय. विभागीय स्तर से कार्य कराने से अभियंताओं का दल पीछे हट रहे हैं. अभियंताओं का कहना है कि नियमानुकूल कटाव निरोधी कार्य का टेंडर हो और उसके बाद संवेदक स्तर से कार्य किये जाये. ऐसे में टेंडर निकलने में और उसकी प्रक्रिया पूरे होने में वक्त लग सकता है. टेंडर प्रक्रिया के पेंच में इस वर्ष भी कटाव निरोधी कार्य अधर में लटक सकता है. मामले में मुख्य अभियंता श्याम बिहारी राम ने बताया कि तत्कालीन कटाव सुरक्षा उपाय में पांच मीटर एप्रोन स्लोव कर नदी के बढ़ते कटाव को रोकने का प्रयास किया जायेगा. यह कार्य नदी में उफान आने से पूर्व सही तरीके से संभव हो सकता है. टेंडर प्रक्रिया और धरातल पर निरोधी कार्य प्रारंभ के लिए तकरीबन माह भर का समय शेष बचा है. ऐसे में निरोधक कार्यो के होने की उम्मीदें टूटती प्रतीत हो रही है. नतीजन कटाव प्रभावित क्षेत्रों को इस वर्ष भी नदी के तबाही का दंश ङोलना पड़ सकता है.