आजमनगर: मरिया गांव में आपत्तिजनक वस्तु को देख मंगलवार की सुबह लोगों का गुस्सा भड़क गया. हालांकि लोग आपस में ही मामले को सलटाने का प्रयास भी कर रहे थे. इस बीच एक अमन पसंद व्यक्ति ने बीडीओ आजमनगर प्रेम कुमार को घटना की सूचना दी. सूचना मिलते ही आजमनगर थानध्यक्ष अजीत कुमार, सालमारी ओपी प्रभारी मोहसीन खां दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे.
बीडीओ आजमनगर ने घटनास्थल पर बैरिकेडिंग कर लोगों को समझाने का प्रयास. कुछ लोग उन पर आरोप लगाने लगे. बीडीओ पर लोगों का गुस्सा भड़क गया. इस दौरान प्रखंड स्तरीय कर्मचारियों को आक्रोशित लोगों के धक्का-मुक्की का भी सामना करना पड़ा. बीडीओ ने घटना की सूचना अनुमंडल पदाधिकारी डॉ महेंद्र पाल को दी. थानेदार व एसडीपीओ चंद्रिका प्रसाद को जानकारी मिली, जिसके बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने ने दोनों पक्षों के लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कुछ लोग डीएम व एसपी को घटनास्थल पर बुलाने की मांग पर अड़े थे. इस दौरान पंचायत की मुखिया सेफाली देवी भी कुछ लोगों के कोपभाजन का शिकार हुईं.
पुलिस को लोगों ने खदेड़ा : घटना से आक्रोशित लोगों ने पुलिस, प्रशासन को मौके से खदेड़ दिया. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने जवानों और बीडीओ से धक्का मुक्की करते हुए रोड़े व गोबर फेंका. मीडिया कर्मियों को भी समाचार संकलन में आक्रोशित भीड़ का सामना करना पड़ा. एसपी छत्रनील सिंह ने कदवा थानध्यक्ष रूपेश कुमार, बलिया बेलौन के अनि नीतेश कुमार, बारसोई थानाध्यक्ष अभय कुमार यादव सहित भारी संख्या में पुलिस बलों को मौके पर भेजा.
पुलिस छावनी में तब्दील हो गया गांव : घटना के बाद विभिन्न थानों से पहुंचे पुलिस पदाधिकारियों व बलों के जमा होने से पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. दोपहर के एक बजे डीएम प्रकाश कुमार, एसपी छत्रनील सिंह आक्रोशितों से वार्ता के लिए पहुंचे. जहां वार्ता के लिए दोनों ही अधिकारियों को काफी मान मनौवल करनी पड़ी. घंटों तक स्थानीय लोगों की बात सुनने के बाद डीएम ने अराजक तत्वों पर ग्रामीणों से भी की नजर रखने की अपील की.