अनुभव प्राप्त किया है लेकिन अब बच्चों की प्रतिरक्षण क्षमता बढ़ाने के लिए (बच्च को जीवित रखने के लिए) नियमित टीकाकरण को बढ़ावा दें. उन्होंने जिला स्तरीय मीडिया वर्कशॉप में ‘मिशन इंद्रधनुष’ की शुरुआत की है. इसमें प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सभी व्यक्ति शामिल हुए. जिला स्वास्थ्य समिति ने यूनिसेफ के सहयोग से मिशन इंद्रधनुष मीडिया वर्कशॉप आयोजित किया है. मिशन इंद्रधनुष जो सात रंगों को दर्शाता है, का मुख्य उद्देश्य है पूर्ण टीकाकरण कवरेज का 90 प्रतिशत तक बढ़ाना है.
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य टीकाकरण की सेवा को ‘गर्भवती महिला, अप्रतिरक्षित बच्च या आंशिक रूप से प्रतिरक्षित बच्च’ को देना, ताकि सात जानलेवा बीमारी जैसे गलाघोंटू, कुकूर खांसी, टिटनस, पोलियो, टीबी, खसरा और हेपेटाइटिस-बी से वैक्सीन द्वारा बचा जा सके. मिशन इंद्रधनुष भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रलय और परिवार कल्याण विभाग और राज्य सरकार का लिया गया एक महत्वपूर्ण कदम है. इसमें पूरे देश भर में 201 जिला कवर किया जायेगा. डीआइओ डॉ नवल किशोर प्रसाद ने कहा कि जिले में मिशन इंद्रधनुष के लिए 565 साइट चिह्नित किये हैं और 565 सत्र प्लान किया गया है. इन साइटों में अप्रैल, मई, जून में लगातार सात दिनों तक टीकाकरण किया जायेगा, जिससे नियमित टीकाकरण का कवरेज बढ़ सके. इस सत्र के दौरान सामान्य आरआइ केवल बुधवार और शुक्रवार को आयोजित किया जायेगा.