कटिहार : रेलवे ट्रेन महानंदा एक्सप्रेस को डेढ़ माह के लिए रद्द कर दिये जाने से रेलवे का प्लेटफार्म सूना-सुना सा पड़ गया है. यह ट्रेन गरीब-गुरबा एवं मजदूर किस्म के लोग लंबी दूरी की यात्र किया करते थे.
इस ट्रेन में खास कर सीमांचल क्षेत्र के किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा जिला के मजदूरों के लिए दिल्ली के अलावे अन्य बड़े शहरों में जाने-आने का एक महत्वपूर्ण साधन था. मात्र एक्सप्रेस का भाड़ा या आरक्षण शुल्क सहित राशि पर लोग अपने गणतव्य स्थान की यात्र किया करते थे. लेकिन इस ट्रेन के रद्द होने से वैसे रेल यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
इतना ही नहीं रेल यात्र उन्हें मंहगी यात्र करना पड़ रहा है. सीनियर डीसीएम पवन कुमार ने कहा कि इस ट्रेन के रद्द होना परिचालन की मजबूरी थी. लेकिन ट्रेन रद्द रहने के कारण यात्रियों को परेशानी तो हो रही है. विभागीय स्तर से इसका समाधान ढूंढ़ा जा रहा है.