कटिहार : प्रदर्शनकारियों की वजह शहर की तमाम छोटी-बड़ी दुकानें एवं प्रतिष्ठान मंगलवार को बंद रहे. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में नहीं के बराबर बच्चों की उपस्थिति हुई. समाहरणालय में सन्नाटा पसरा रहा. बंदी की वजह से कारोबारियों एवं दुकानदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
आम लोग भी परेशान रहे. सामान की आपूर्ति नहीं होने की वजह से कई घरों में चूल्हे नहीं जले. दूध के लिए हाहाकार मचा रहा. दुकानों के बंद होने की वजह से लोगों को राशन भी उपलब्ध नहीं हो पाया. बाजार बंद रहने की वजह से दुकानदारों व व्यवसायियों को करोड़ों का नुकसान हुआ है. व्यवसायियों का कहना है कि पुलिस प्रशासन की नाकामी की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है. यदि मामले को गंभीरता से लिया गया होता, यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती. जब पूरी तरह से मामला बिगड़ गया, तो पुलिस प्रशासन ने एक्शन लिया. यही एक्शन पुलिस को पहले लेने की जरूरत थी.