मनमानी. यूपी में ओवरलोडेड वाहनों पर सख्ती से एनएच पर ही गिरा रहे बालू
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अब सर्विस लेन बनी बालू मंडी
मनमानी. यूपी में ओवरलोडेड वाहनों पर सख्ती से एनएच पर ही गिरा रहे बालू मोहनिया नगर : अनुमंडल क्षेत्र के एनएच दो का सर्विस रोड ही ट्रक मालिकों के लिए बालू मंडी बन चुका है, जिसका नतीजा एनएच दो से गुजरने वाले पैदल व बाइक सवार के लिए दुर्घटना का कारण बना हुआ है. तेज […]
मोहनिया नगर : अनुमंडल क्षेत्र के एनएच दो का सर्विस रोड ही ट्रक मालिकों के लिए बालू मंडी बन चुका है, जिसका नतीजा एनएच दो से गुजरने वाले पैदल व बाइक सवार के लिए दुर्घटना का कारण बना हुआ है. तेज हवाओं के कारण एनएच दो के सर्विस रोड में रखा हुआ बालू का कण आंखों में पड़ने के वजह से राहगीरों के लिए खतरा बना हुआ है.
लेकिन, इस मामले में न तो एनएचआइ ही रुचि ले रहा है और न ही परिवहन विभाग. गौरतलब है कि आये दिन सड़क से गुजर रहे बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों के वजह से होनेवाली सड़क दुर्घटना व रोड के टूटने के कारण राजस्व को होनेवाले नुकसान को देखते हुए यूपी सरकार ने बिहार या अन्य प्रदेशों से आनेवाले ओवरलोड पर पूर्णतः विराम लगाने के लिए कमर कसा और यूपी-बिहार की सीमा पर खनन विभाग के साथ पुलिसकर्मी व अन्य पदाधिकारियों की चौकसी व ड्यूटी लगा दी गयी है.
इससे यूपी में जानेवाले बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों पर विराम लग गया है. इसका नतीजा बिहार-यूपी सीमा के साथ एनएच दो के बगल में सर्विस रोड को ही ट्रक मालिकों ने बालू मंडी बना दिया है.
तेज हवा से बालू पैदल व बाइक सवार के लिए बना दुर्घटना का कारण
विभाग कार्रवाई को तैयार नहीं
स्थानीय लोगों की माने तो उनका कहना है कि सर्विस रोड में रखा हुआ बालू तेज हवा के कारण उड़ कर आंखों में पड़ जाता है, जिससे पैदल या बाइक सवार अनियंत्रित होकर गिरने का डर रहता है. सर्विस रोड पर रखे बालू को हटाने के लिए ना तो एनएचआइ ही रूचि ले रहा है और न ही परिवहन विभाग.
क्या कहते हैं ट्रक एसोसिएशन अध्यक्ष
इस संबंध में ट्रक एसोसिएशन अध्यक्ष जयप्रकाश यादव ने बताया कि कैमूर में परिवहन विभाग चाहता ही नहीं है कि ओवरलोड रुके. क्योंकि, बालू घाट द्वारा सभी थानों व परिवहन विभाग के अधिकारियों को पैसा आता है. इसके कारण अधिकारी गाड़ियों को नहीं पकड़ते हैं. यूपी में परिवहन विभाग के अधिकारियों की सख्ती का नतीजा यूपी में लोवरलोडेड गाड़ियां नहीं जा रही हैं. एनएच दो से होकर ओवरलोडेड गाड़ियां जाने के बजाय रामगढ़ बड़ौरा होकर यूपी में जा रही हैं, जिसके एवज में रास्ते में आने वाले थाने को कुछ रुपये प्रति ट्रक दिये जाते हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में एनएचआइ के रूट इंचार्ज ब्रजेश कुमार ने बताया कि अगर बालू को ट्रक मालिकों द्वारा सर्विस रोड में ही गिराया जा रहा है, तो इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. इस संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन फोन रिसीव ही नहीं किया गया.
क्या कहते हैं गाड़ीवाले
इस संबंध में गाड़ी मालिकों व चालकों से बात करने पर बताया कि यूपी में बालू की ओवरलोडेड गाड़ियों को नहीं जाने दिया जा रहा है, जिसके कारण हम बालू घाट से ओवरलोड लाते हैं और एनएच दो के बगल में ही ट्रक में लदा बालू का कुछ हिस्सा डंप (गिरा) देते हैं. फिर अंडर लोड बालू लेकर आसानी से यूपी में जाते हैं और फिर डंप किया हुआ बालू दोबारा लोड कर ले जाते हैं. हम ओवरलोड बालू लाद कर लाते हैं तो इसके एवज में एनएच दो स्थित थानों को 100 रुपये देते हैं और जब विशेष अभियान चलता है तो कुछ रुपये देकर छूट जाते हैं.
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