पैसा आने के बावजूद सड़कों की मरम्मत के प्रति प्रशासन गंभीर नहीं
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चेकपोस्ट की सभी लेन जर्जर आये दिन लगता है जाम
पैसा आने के बावजूद सड़कों की मरम्मत के प्रति प्रशासन गंभीर नहीं कई पर पलट चुके हैं मालवाहक ट्रक मोहनिया : सबसे अधिक राजस्व देनेवाला मोहनिया समेकित चेकपोस्ट अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. आज चेकपोस्ट की सभी लेने गड्ढे में तब्दील हो गयी हैं. इसमें मालवाहक वाहन आये दिन फंस कर पलट जाते […]
कई पर पलट चुके हैं
मालवाहक ट्रक
मोहनिया : सबसे अधिक राजस्व देनेवाला मोहनिया समेकित चेकपोस्ट अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. आज चेकपोस्ट की सभी लेने गड्ढे में तब्दील हो गयी हैं. इसमें मालवाहक वाहन आये दिन फंस कर पलट जाते हैं. इसके बाद भी प्रशासन इसके प्रति संवेदनशील नहीं दिख रहा. गौरतलब है कि मोहनिया प्रखंड के एनएच दो स्थित समेकित चेकपोस्ट पर मालवाहक वाहनों के कागजात की जांच कर गलत पाये जाने पर जुर्मानें की वसूली की जाती है. यह बिहार सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देनेवाला चेकपोस्ट बना था, लेकिन इस समय चेकपोस्ट की सभी लेने गड्ढे में तब्दील हैं. उसी गड्ढे से ट्रकें आती-जाती हैं. इस बदहाली की तरफ किसी की नजरे नहीं जाती है.
मोहनिया स्थित समेकित चेकपोस्ट.
क्या कहते हैं चालक
इस संबंध में ट्रक चालक महेंद्र कुमार ने बताया कि चेकपोस्ट पर उभरे गड्ढे देखकर हालत खराब हो जाती है. ट्रकों की पत्तियां टूट जाती हैं. प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है. ट्रकों के बार-बार पलटने से लदा हुआ माल तो खराब हो ही जाता है, हमेशा जान का खतरा भी बना रहता है.
नहीं लगाया जा रहा काम
समेकित चेकपोस्ट पर सड़कों के निर्माण के लिए विभाग द्वारा पैसे तो भेज दिये गये. लेकिन आज तक इसका नवीनिकरण नहीं हो सका. सड़कों पर उभरे हुए गड्ढों से ट्रकें गुजरने को विवश हैं. गौरतलब है कि शुक्रवार को इलाहाबाद से कार्टन लादकर पटना जा रहा एक ट्रक समेकित चेकपोस्ट पर गड्ढे में भरे पानी के कारण पलट गया. इसमें चालक और ड्राइवर को चोटें भी आयी.
क्या कहते हैं चेकपोस्ट प्रभारी
समेकित चेकपोस्ट के प्रभारी एसके रूंगटा ने बताया कि चेकपोस्ट की लेनों के नवीनीकरण के लिए पैसा तो आया हुआ है, लेकिन वह एनएचएआइ गया के पास है. लेकिन कब तक काम लगाया जायेगा कह नहीं सकते. हो सकता है बरसात के कारण काम नहीं लगया गया हो.
यूपी में नामांकन के लिए गये पुसौली के छात्र के साथ मारपीट
पुसौली. कुदरा थाना के अजगरा गांव के लालजी राम अपने बेटे का उत्तर प्रदेश के उदय प्रताप कॉलेज में शुक्रवार को नामांकन के लिए गये थे. इस दौरान काॅलेज के कुछ छात्रों ने नामांकन के लिए गये छात्र व उसके अभिभावक के साथ मारपीट की और सभी कागजात भी छीन लिये. इसकी सूचना परिजनों ने वाराणसी के जिलाधिकारी से लेकर काॅलेज के प्राचार्य व शिवपुर थाना को सूचना दी. लेकिन, कोई कारवाई नहीं हुई. इस पर परिजन वापस अपने घर चले आये. अभिभावक द्वारा प्रचार्य को दिये गये आवेदन में कहा गया है कि संदीप कुमार बीए एग्रीकल्चर में नामांकन के लिए वाराणसी के यूपी कॉलेज में गया था. नामांकन के लिए काउंसलिंग हो ही रही थी कि अचानक छह छात्र आये और कहने लगे कि यहां नामांकन मत कराओ, यहां से चले जाओ. विरोध करने पर मारपीट करने लगे और कागजात भी छीन लिये. इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस पहुंची, लेकिन सर्टिफिकेट नहीं मिला और न ही किसी को गिरफ्तार किया गया. इस संबंध में वाराणसी के जिलाधिकारी के मोबाइल नंबर पर फोन किया गया तो मीटिंग का हवाला देकर फोन काट दिये.
क्या कहते हैं मानव संसाधन राज्यमंत्री.
इस संबंध में मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि यदि इस तरह की घटना हुई है, तो दुखद है. हमें इसकी जानकारी नही है. इसे अपने स्तर से पता कराने के बाद ही कुछ कहना उचित होगा.
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