निगरानी ने पंचायत नियोजन इकाइयों पर कसा शिकंजा शिक्षक नियोजन संबंधी अभिलेख जमा नहीं होने पर सभी बीडीओ व बीइओ को लिखा पत्रदिया एक हफ्ते का समय, नहीं तो होगी प्राथमिकी प्रतिनिधि, भभुआ (नगर) निगरानी विभाग ने कैमूर जिले में शिक्षकों के नियोजन संबंधी फोल्डर उपलब्ध नहीं करानेवाली पंचायत नियोजन इकाइयों पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. शिक्षकों से जुड़े कागजातों की जांच की प्रक्रिया में सबसे ज्यादा व्यवधान पंचायत नियोजन इकाइयों द्वारा हो रहा है. विभागीय निर्देश के बावजूद भी अधिकतर पंचायत नियोजन इकाइयों ने अब तक शिक्षकों से जुड़े फोल्डर शिक्षा विभाग के सत्यापन कोषांग में जमा नहीं कराया है. जानकारी देते हुए निगरानी के पुलिस निरीक्षक द्विवेदी फणीभूषण ने बताया कि पंचायत नियोजन इकाइयों द्वारा अब तक शिक्षकों से जुड़े फोल्डर उपलब्ध नहीं कराये गये हैं. इससे जांच प्रक्रिया बाधित है. इसके लिए विभाग द्वारा जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व बीइओ को पत्र के माध्यम से सूचित किया गया है कि अगले एक हफ्ते के अंदर सभी पंचायत नियोजन इकाइयों द्वारा वर्ष 2003,05,06,08,12 व वर्ष 2014 के दौरान जिले में शिक्षक नियोजन के दौरान हुए शिक्षकों की नियुक्ति संबंधी सभी दस्तावेज उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, अन्यथा दोषी सभी लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जायेगी.श्री भूषण ने बताया कि इस आशय का पत्र डीइओ रेखा कुमारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को भी दिया गया है. साथ ही इसकी सूचना जिलाधिकारी को भी दी गयी है. कई पंचायत सचिवों से मांगे गये दस्तावेज निगरानी विभाग द्वारा कार्रवाई का सिलसिला शुरू कर दिया गया है. भगवानपुर प्रखंड के टोड़ी पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव, पंचायत सचिव जागेबरांव, पंचायत सचिव चौरी, पंचायत सचिव रामपुर, पंचायत सचिव दुल्ही, पंचायत सचिव रामगढ़,पंचायत सचिव ससना से शिक्षक नियोजन से संबंधी आवेदन प्राप्ति पंजी, काउंसलिंग पंजी, रजिस्टर, कार्रवाई पंजी व आवेदन पत्र की मूल व छाया प्रति अभिलेख की मांग की गयी है. निगरानी विभाग के निरीक्षक श्री भूषण ने बताया कि अगर दस्तावेजों के सत्यापन में कोई गड़बड़ी पायी जाती है, तो सचिवों व मुखिया पर भी प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. इनसेट नियोजन के दौरान दस्तावेजों में हेरफेर का आरोप शिक्षक नियोजन से जुड़े कई मामलों में धांधली की आशंका व्यक्त की जा रही है. सूत्रों के अनुसार गत वर्षों में हुए शिक्षक नियोजन के दौरान पंचायत नियोजन इकाइयों द्वारा काफी अनियमितता बरती गयी है. कुदरा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, तुर्की की प्रखंड शिक्षिका ने भी प्राधिकार व निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक द्विवेदी फणीभूषण के पास यह शिकायत दर्ज की है कि बहाली के क्रम में जो स्व अभिप्रमाणित दस्तावेज पंचायत सचिव हीरामणी पांडेय के पास जमा कराया था. उस अभिप्रमाणित सर्टिफिकेट को निकाल कर पंचायत सचिव द्वारा उसके जगह पर जाली सर्टिफिकेट जमा कर दिया गया. इसमें परोक्ष रूप से वर्तमान मुखिया लालजड़ी देवी व मुखियापति मदन मोहन राय का भी हाथ है. उक्त शिक्षिका ने इस संबंध में न्याय की गुहार लगायी है. श्री भूषण ने बताया कि इस मामले में पंचायत सचिव से सभी मूल अभिलेखों के साथ एक सप्ताह के अंदर उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है. समय सीमा के अंदर अगर उपस्थित होकर अभिलेख जमा नहीं करते, तो निगरानी द्वारा इनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
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निगरानी ने पंचायत नियोजन इकाइयों पर कसा शिकंजा
निगरानी ने पंचायत नियोजन इकाइयों पर कसा शिकंजा शिक्षक नियोजन संबंधी अभिलेख जमा नहीं होने पर सभी बीडीओ व बीइओ को लिखा पत्रदिया एक हफ्ते का समय, नहीं तो होगी प्राथमिकी प्रतिनिधि, भभुआ (नगर) निगरानी विभाग ने कैमूर जिले में शिक्षकों के नियोजन संबंधी फोल्डर उपलब्ध नहीं करानेवाली पंचायत नियोजन इकाइयों पर अपना शिकंजा कसना […]
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