नियोजन इकाइयों की सुस्ती से जांच में परेशानी निगरानी की जांच के फोल्डर अब तक पूरी तरह नहीं हुए उपलब्ध प्रतिनिधि, भभुआ (नगर) शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया पूरी हुए कई साल बीत गये. लेकिन, निगरानी की जांच के लिए आनेवाले फोल्डर पूरी तरह आज तक शिक्षा विभाग के कार्यालय में जाम नहीं हो पाये हैं. वहीं जिन नियोजन इकाइयों द्वारा फोल्डर उपलब्ध भी कराया गया है,उनमें काफी त्रुटी है. निगरानी ब्यूरो द्वारा शिक्षा विभाग पर शिक्षकों से जुड़े अभिलेख व दस्तावेज जल्द से जल्द जमा कराने का दबाव बढ़ता जा रहा है. लेकिन, नियोजन इकाइयों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहे. सबसे बुरा हाल पंचायत नियोजन इकाइयों का है. यहां से शिक्षकों से जुड़े फोल्डर उपलब्ध कराने में काफी देरी की जा रही है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जो भी फोल्डर उपलब्ध कराये जा रहा हैं, वह भी आधे-अधूरे ही हैं.नियोजन से जुड़े कागजात उपलब्ध नहीं पंचायतों में वर्ष 2003, 05,06,08, 12 और 2014 के दौरान नियोजन की प्रक्रिया पूरी की गयी थी. इन वर्षों में हुए शिक्षक नियोजन में कई पंचायतों में स्थिति यह है कि नियोजन संबंधी कोई भी कागजात न तो पंचायत में उपलब्ध है न ही स्थानीय कार्यालय में. इसके पीछे अधिकारियों व ग्राम सचिवों का तर्क है कि बहुत से पुराने कर्मी या तो रिटायर्ड हो गये या उनका अन्य जगह तबादला हो गया.प्रखंडों की स्थिति जिल के सभी 11 प्रखंडों से शिक्षकों के जरूरी दस्तावेज व अभिलेख उपलब्ध कराने की प्र्रक्रिया चल रही है. जानकारी के अनुसार, चांद प्रखंड से शिक्षकों से जुड़े 158 फोल्डर प्राप्त होने थे, जिनमें सिर्फ 137 फोल्डर ही उपलब्ध कराये गये. चैनपुर से 129 फोल्डर उपलब्ध कराने थे. इनमें अब तक 117 फोल्डर ही उपलब्ध कराये गये हैं. चैनपुर में ही वर्ष 2008 के नियोजन से संबंधित जानकारी विभाग में उपलब्ध नहीं है. बीइओ द्वारा अब तक इस संबंध में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करायी गयी है. नियोजन हुए इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी व उच्च अधिकारियों के निर्देश के बावजूद भी टालमटोल की स्थिति अपनायी जा रही है. निर्देश के बावजूद नियोजन इकाइयों से संबंधित लोग कोई न कोई बहाना बना कर निकल जा रहे हैं. सोचने वाली बात यह है कि क्या वास्तव में इससे संबंधित कागजात उपलब्ध नहीं हो पा रहा है या जान बूझ कर इसमें टाल मटोल किया जा रहा है. होगी कार्रवाई निगरानी ब्यूरो की टीम कैमूर जिले में कई दिनों से शिक्षकों के कागजात खंगालने में जुटी हुई है. निगरानी ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक द्विवेदी फणी भूषण ने बताया कि जिले में शिक्षकों की बहाली को लेकर गड़बड़ी पायी गयी है. वहीं कई ने निगरानी विभाग में शिकायत भी की है. विभिन्न शिकायतों के जो आवेदन प्राप्त हुए हैं, उनकी भी जांच निगरानी द्वारा की जा रही है. वहीं निगरानी जांच के लिए कई बार फोल्डर जमा करने की मांग की गयी. लेकिन, अभी तक पूरी तरह से सभी कागजात उपलब्ध नहीं कराये गये. इसमें भी आवेदन पत्र, कार्यवाही पंजी, काउंसलिंग रजिस्टर और मेधा सूची आधे अधूरे रूप में जमा हो पाये हैं. श्री भूषण ने आगे बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने की कार्यवाही शुरू कर दी गयी है. फर्जी शिक्षकों को किसी हाल में बख्शा नहीं जायेगा.
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नियोजन इकाइयों की सुस्ती से जांच में परेशानी
नियोजन इकाइयों की सुस्ती से जांच में परेशानी निगरानी की जांच के फोल्डर अब तक पूरी तरह नहीं हुए उपलब्ध प्रतिनिधि, भभुआ (नगर) शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया पूरी हुए कई साल बीत गये. लेकिन, निगरानी की जांच के लिए आनेवाले फोल्डर पूरी तरह आज तक शिक्षा विभाग के कार्यालय में जाम नहीं हो पाये हैं. […]
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