प्लस टू इंटर स्कूल में नहीं होती कंप्यूटर की पढ़ाई संसाधनों के अभाव में नहीं होता एक भी क्लास प्रतिनिधि, भभुआ (नगर) सरकारी स्कूलों में केंद्र व राज्य सरकार द्वारा स्टूडेंट्स को गुणवक्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च किये जाते हैं, लेकिन स्टूडेंट्स को इसका कितना लाभ मिलता है. यह एक प्रश्न है. जिला मुख्यालय स्थित प्लस टू इंटर स्कूल (टाउन हाइस्कूल) में कंप्यूटर सिस्टम न होने से यहां के छात्र कंप्यूटर शिक्षा से दूर हैं. सरकार द्वारा कंप्यूटर की पढ़ाई की व्यवस्था स्कूल में शुरू तो की गयी, लेकिन संसाधनों के अभाव में यहां कंप्यूटर शिक्षा पर ग्रहण लगा हुआ है. यहां के नौवीं से 11वीं तक के स्टूडेंट्स को कंप्यूटर शिक्षा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. गौरतलब है कि इस स्कूल की स्थापना 1924 में हुई थी, लेकिन आज संसाधनों के अभाव में यहां के स्टूडेंट्स को काफी मायूसी झेलनी पड़ रही है. कंप्यूटर की पढ़ाई के लिए बना है अलग भवन भी स्कूल में कंप्यूटर की पढ़ाई के लिए अलग से भवन का निर्माण भी किया गया है. लेकिन, शुरुआत में जो कंप्यूटर स्कूल को प्राप्त हुए वे चोरी हो गये. कुछ कंप्यूटर सिस्टम जल गये. स्कूल से प्राप्त जानकारी के अनुसार, चार महीने पहले स्कूल को 10 कंप्यूटर सिस्टम एडुकॉम सोल्यूशन लिमिटेड द्वारा प्राप्त हुआ. लेकिन, ये कंप्यूटर सिस्टम रख रखाव के अभाव में बंद पड़े हुए हैं. वहीं कंपनी द्वारा भी आधा अधूरा सिस्टम ही स्कूल प्रशासन को दिया गया. स्कूल में जेनरेटर की सुविधा भी नहीं है. इससे कंप्यूटर संबंधी थ्योरी की क्लास तो कभी-कभी ली जाती है, लेकिन प्रैक्टिकल क्लासेज स्कूल में नहीं हो पाती. वर्ग नौवीं से 11 वीं तक के लिए एक कंप्यूटर टीचर की बहाली तो है, लेकिन सिस्टम न होने से स्टूडेंट्स भी कंप्यूटर क्लासेज में कोई रूचि नहीं लेता. विगत माह स्कूल को कंप्यूटर सिस्टम के नाम पर कंपनी द्वारा 10 मॉनिटर, दो यूपीएस व चार बैटरी तो दी गयी. कंप्यूटर सिस्टम के साथ न तो सीपीयू, न की-बोर्ड व ना ही माउस दिया गया. कंपनी द्वारा इसे अगले लॉट में देने की बात कही गयी. वहीं स्कूल में पुराना पड़ा प्रिंटर भी खराब पड़ा हुआ है. कोचिंग सेंटरों के सहारे स्टूडेंट्स स्कूल में कंप्यूटर की पढ़ाई पूरी तरह बाधित है. कंप्यूटर का ज्ञान आज के माहौल में बहुत जरूरी है. इसलिए निजी कंप्यूटर सेंटरों पर जाकर कोर्स करते हैं.अमित कुमार, छात्र कंप्यूटर का कोर्स स्कूल में नहीं होने से काफी परेशानी होती है. अच्छी पढ़ाई के लिए निजी कोचिंग सेंटरों में अतिरिक्त पैसा खर्च कर कोर्स करना पड़ रहा है. स्कूल में सुविधा होती तो काफी अच्छा होता. रवींद्र कुमार, छात्र क्या कहते हैं प्रिंसिपल स्कूल के प्रिंसिपल रामराज ने बताया कि इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारियों को दी गयी है. कंप्यूटर सिस्टम न होने से स्टूडेंट्स को काफी परेशानी हो रही है. कंप्यूटर सिस्टम से जुड़े सभी सामान के लिए कंपनी के लोगों से संपर्क किया गया है. उन्होंने जल्द ही सामान उपलब्ध कराने की बात कही है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) ददन राम ने बताया कि स्कूल में कंप्यूटर की पढ़ाई के लिए जल्द हीं सारी व्यवस्था की जायेगी. मामला मेरे संज्ञान मे आया है. उसकी पूरी जांच की जायेगी. ………………फोटो………….3. अमित कुमार, रवींद्र कुमार 4.स्कूल में निर्मित कंप्यूटर भवन
प्लस टू इंटर स्कूल में नहीं होती कंप्यूटर की पढ़ाई
प्लस टू इंटर स्कूल में नहीं होती कंप्यूटर की पढ़ाई संसाधनों के अभाव में नहीं होता एक भी क्लास प्रतिनिधि, भभुआ (नगर) सरकारी स्कूलों में केंद्र व राज्य सरकार द्वारा स्टूडेंट्स को गुणवक्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च किये जाते हैं, लेकिन स्टूडेंट्स को इसका कितना लाभ मिलता है. यह एक […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement