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खोइंछा बांध नम आंखों से हुई मां सरस्वती की विदाई

श्रद्धाभाव. शहर से गांव तक धूमधाम से हुआ प्रतिमा विसर्जन, जगह-जगह मुस्तैद दिखा प्रशासन भी सड़कों पर रही भीड़भाड़ खूब उड़े गुलाल, लगे जय-जयकार भी भभुआ : मां सरस्वती की प्रतिमा की स्थापना सोमवार को शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों व समितियों द्वारा गली मुहल्ले में की गयी […]

श्रद्धाभाव. शहर से गांव तक धूमधाम से हुआ प्रतिमा विसर्जन, जगह-जगह मुस्तैद दिखा प्रशासन भी

सड़कों पर रही भीड़भाड़ खूब उड़े गुलाल, लगे जय-जयकार भी
भभुआ : मां सरस्वती की प्रतिमा की स्थापना सोमवार को शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों व समितियों द्वारा गली मुहल्ले में की गयी थी. इस दौरान बुधवार को खोइछा बांध नम आंखों से भक्तों ने मां शारदे को विदाई दी. गौरतलब है कि सोमवार को शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में मां सरस्वती की पूजा-अर्चना धूमधाम से की गयी. इस दौरान सरकारी, गैर सरकारी शिक्षक संस्थानों के अलावा गांव में पूजा समितियों व छोटे छोटे बच्चों द्वारा कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था. बुधवार को स्थापित अधिकतर मां सरस्वती की प्रतिमा को शहर के सुवरन नदी में विसर्जित किया गया.
इस दौरान भक्तों पर मां का प्रसाद भी लोगों के बीच वितरण किया. भक्तों ने मां सरस्वती की प्रतिमा को ट्रैक्टर के अलावा छोटे बड़े वाहनों से ले जाकर विसर्जित किया. विसर्जन के दौरान भक्तों ने एक दूसरे को अबीर और गुलाल लगाकर नाचते और गाते मां हंसवाहिनी को विदा किया. ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने सुवरन नदी के अलावा चैनपुर के जगदहवां डैम, भगवानपुर के पहड़ियां डैम के अलावा कई जगहों पर मां की प्रतिमा का विसर्जन किया गया. इस मौके पर सुरक्षा के पुख्ता का इंतजाम प्रशासन की ओर से किये गये थे.
सोमवार को मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करने के बाद दूसरे दिन मंगलवार पड़ जाने से विदाई नहीं की गयी. इस बार पूजा पंडालों में प्रशासन द्वारा डीजे बजाने की अनुमति नहीं थी. इसके बावजूद शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में मंगलवार के दिन डीजे की धुन पर खूब डांस हुआ. इस दौरान अश्लील गीतों पर बिना किसी रोकटोक युवा खूब थिरके.
स्वच्छता अभियान हुआ हवा हवाई
युवाओं की टोलियां अबीर गुलाल उड़ाते हुए मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे की धुन पर थिरकते हुए पूरे शहर का भ्रमण करते हुए नदी व तालाबों तक पहुंचे. इस दौरान जहां ध्वनि प्रदूषण अपने चरम पर रहा. वहीं, पूजा समितियों द्वारा स्वच्छता का भी ख्याल नहीं रखते हुए पूजा पंडालों के समीप गंदगी का अंबार ऐसे ही छोड़ दिया गया. वहीं नदी व तालाबों पर विसर्जन के दौरान गंदगी का ढेर दिखाई पड़ा.
गोड़सरा पोखरे पर की गयी थी भव्य मूर्ति स्थापित, रामगढ़. विद्या की देवी मां सरस्वती की मूर्ति विसर्जन बुधवार को श्रद्धा भक्ति से लोगों ने किया. इस दौरान भक्तों ने मां की मूर्ति के साथ नाचते झूमते हुए पूरे बाजार का भ्रमण किया और अबीर गुलाल लगाकर एक दूसरे से गले मिलते देखे गये. गोड़सरा पोखरा स्थित सूर्य मंदिर पर भव्य मूर्ति सरस्वती मां की स्थापित की गयी थी. आदर्श युवा समिति के लोगों ने प्रसाद का वितरण किया. वहीं दुर्गा मंदिर में स्थापित मूर्ति का विसर्जन आदर्श नवयुवक संघ द्वारा किया गया. इस दौरान विभिन्न समिति के लोगों ने क्षेत्र के पटसेरवा व अकोढ़ी स्थित दुर्गावती वाले नदी में मां की प्रतिमा का विसर्जन किया.
शांतिपूर्वक हुआ मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन, अधौरा. प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन शांतिपूर्वक किया गया. सुबह से मां सरस्वती प्रतिमा का विसर्जन करने का सिलसिला शुरू हो गया. अधौरा बाजार के नवयुवक संघ मां सरस्वती की प्रतिमा काफी धूमधाम से किया गया. मां सरस्वती की प्रतिमा को नवयुवक संघ द्वारा बाजार, गांव भ्रमण करते हुए खरौरा पोखरा में विसर्जन संपन्न हुआ. इस दौरान निकाले गये जुलुस में नवयुवकों व लोगों ने जमकर अबीर गुलाल उड़ाये गये. मौके पर उमाशंकर यादव, पंकज यादव, संदीप शर्मा, शशि कुमार सहित कई लोग शामिल थे.
सरस्वती पूजा के अवसर पर खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन, कर्मनाशा. दुर्गावती प्रंखड अंतर्गत धनसराय गांव में मंगलवार की रात सरस्वती पूजा के अवसर पर नवयुवक संघ द्वारा सेब दौड़, हंडी फोड़ व सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें काफी संख्या में बच्चों ने भाग लिया. प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि राजद नेता सतीश यादव पिंटू ने विजयी हुए बच्चों के बीच पुरस्कार वितरण किया. अपने संबोधन में बच्चों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि यह बच्चे कल के भविष्य हैं. बच्चों को परिश्रम के साथ कोई भी खेल खेलना चाहिए. परिश्रम करनेवाले बच्चे निश्चित ही आगे चल कर लक्ष्य को प्राप्त करते हैं. इस दौरान मनोज राजभर, उपमुखिया प्रमोद राजभर, दुर्गेश पांडेय, भूरेलाल राजभर, स्नेही राजभर, राजद युवा प्रखंड अध्यक्ष सोनू यादव, मोनू यादव, नरेंद्र कुशवाहा, मुन्ना यादव व गुड्डू आदि उपस्थित थे.
विद्यालय में सरस्वती पूजा नहीं मनाये जाने पर ग्रामीणों में गुस्सा, चैनपुर. विद्यालय को विद्या का घर कहा जाता है, जिसमें विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है. लेकिन, उत्क्रमित मध्य विद्यालय नंदना में मां सरस्वती की पूजा नहीं की गयी. इसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. सोमवार को विद्यालय सरस्वती पूजा नहीं मनाये जाने के बाद बुधवार को विद्यालय के खुलते ही काफी संख्या में ग्रामीण स्कूल पहुंच गये और विद्यालय के प्रधानाध्यापक इसका कारण जानना चाहा. ग्रामीणों का कहना था कि यदि प्रधानाध्यापक ग्रामीणों से सहयोग मांगते तो पूरा सहयोग करते. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश शर्मा द्वारा मनमानी करते हुए दो वर्षों से विद्यालय में सरस्वती पूजा नहीं करा रहे हैं. स्कूल में जुटी भीड़ कुछ ग्रामीणों के समझाने के बाद वापस लौटे. विद्यालय के अध्यक्ष धाना देवी ने बताया कि उन्होंने प्रधानाध्यापक से कई बार विद्यालय में विद्यालय में सरस्वती पूजा की बात कही गयी. लेकिन, उनके द्वारा पूजा नहीं कराया गया, जिससे विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे काफी मायूस हैं. इस संबंध में बीईओ कृष्णानंद मिश्रा द्वारा जांच की बात कही गयी.
चैनपुर प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पूजा समितियों द्वारा गाजे बाजे व कड़ी सुरक्षा के बीच मां सरस्वती की शोभा यात्रा निकाली गयी. माता के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. लोगों ने नम आंखों से मां को विदाई दी. विसर्जन जुलूस के दौरान तेज धूप होने से लोगों को कुछ परेशानी हुई. लेकिन, इसके बाद भी आस्था सब पर भारी रही. बड़ी तादाद में महिलाएं मां सरस्वती की प्रतिमा को देखने के लिए सड़क के किनारे खड़ी थीं. बुधवार की दोपहर बाद से शुरू हुई शोभायात्रा देर शाम चलती रही.

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