बदहाली . चार करोड़ की लागत से शहर में बने नाले की कभी नहीं हुई उड़ाही
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जाम है एनएच के नाले, फैली गंदगी
बदहाली . चार करोड़ की लागत से शहर में बने नाले की कभी नहीं हुई उड़ाही सड़क पर फैला गंदा पानी, गलियों में तैर रही गंदगी चार साल पूर्व एनएच 83 के दोनो किनारे हुआ था निर्माण जहानाबाद : शहर में काको मोड़ स्टेशन एरिया से लेकर कोर्ट एरिया तक एनएच 83 के दोनों किनारे […]
सड़क पर फैला गंदा पानी, गलियों में तैर रही गंदगी
चार साल पूर्व एनएच 83 के दोनो किनारे हुआ था निर्माण
जहानाबाद : शहर में काको मोड़ स्टेशन एरिया से लेकर कोर्ट एरिया तक एनएच 83 के दोनों किनारे पर नाले का निर्माण कर उस पर फुटपाथ बनाया गया है. जनहित में इसका दो उद्देश्य था. एक तो कि शहर के कई मुहल्लों का गंदा पानी इस नाले के सहारे नदी चार्ट से होते हुए बाहर निकल सके और दूसरा यह कि नाले की ढलाई कर उसपर फुटपाथ बना लोगों को पैदल आवागमन की सुविधा बहाल की जाये लेकिन यह दोनों उद्देश्य सफल नहीं हुए. चार करोड़ से अधिक की लागत पर करीब चार साल पूर्व नाले का निर्माण तो कराया गया लेकिन निर्माण ऐसा किया गया कि उसकी सार्थकता सफल नहीं हुई. पूरे एरिया में नाले की ढलाई कर देने से आज स्थिति विकट हो गयी है. नाला पूरी तरह जाम है. गंदे पानी का निकास अवरुद्ध है. इसका असर गली- मुहल्लों में रहनेवाले हजारों लोगों पर पड़ रहा है.
वर्तमान समय में स्थिति यह है कि काको मोड़ से लगायत बतीसभवरिया तक एनएच 83 की दोनों तरफ का मुहल्ला पुरानी बिजली कॉलोनी, पूर्वी उंटा, पश्चिमी उंटा, खेतानलेन, प्रोफेसर कालोनी, रामनगर, विशुनगंज, कुतवनचक, शेखआलम चक, गरेड़ियाखंड, नलीन पथ, शिवाजी पथ, नया टोला, अस्पताल मोड़ का इलाका, होरिलगंज समेत अन्य मुहल्लों से निकलने वाले बंदे पानी का बहाव अवरुद्ध है. मुहल्लों की नालियां बजबजा रही है. दुर्गंध फैल रही है. इस दु:स्थिति से नगर पर्षद के पदाधिकारी और यहां के वार्ड पार्षद भी अवगत हैं.
पीएनबी के समीप एनएच पर फैला गंदा पानी : नाला जाम रहने का प्रतिकूल असर दिखने लगा है. चूंकि फुटपाथ के नीचे नाले में मुहल्लों की मेन नालियां गिरती हैं, जिसका मुहाना ही जाम है. नाला पूरी तरह कवर रहने से उसकी उड़ाही करना संभव नहीं है. चैंबर का अभाव है, जिससे उड़ाही की समस्या हो रही है. सड़क का पानी नाले में गिरने के लिए जहां-तहां होल छोड़े गये हैं. अब उसी होल से नाले की गंदगी सड़क पर बहने लगी है. वर्तमान समय में पंजाब नेशनल बैंक के समीप एनएच पर गंदा पानी पसर गया है. सड़क के पूरब और पश्चिम के मुहल्लों की नालियां की गंदगी स्लैब के ज्वाइंट के सहारे गलियों में बह रही है. यदि स्थिति में सुधार नहीं किया गया, तो वह दिन दूर नहीं की नालियों की गंदगी हजारों लोगों के घर के आंगन में तैरेगी.
फुटपाथ का भी नहीं मिल रहा लाभ : नाले पर बनाये गये फुटपाथ के लाभ से आमलोग वंचित हैं. कारण है उस पर किया गया अवैध कब्जा. शहर में नाले के ऊपर बनाये गये फुटपाथ का कोई भी हिस्सा ऐसा नही है जहां लोग उसपर आसानी से आवागमन कर सकते हैं. कहीं गुमटियां रखी गयी हैं, तो कहीं चूल्हे जलाये जाते हैं. होटल खोलकर वहां खाना बनाया जाता है. अतिव्यस्त अरवल मोड़ से अस्पताल मोड़ के बीच तो कुरसी- टेबुल लगा कर होटल चलाये जा रहे हैं. ऐसी हालत में फुटपाथ पर सुगम आवागमन के लाभ से लोग वंचित हैं.
आठ -आठ फुट पर बनाया जायेगा चैंबर
जाम नाले के कारण परेशानी हो रही है. गंदे पानी का निकास समुचित ढंग से नहीं हो रहा है. इसका असर मुहल्लों पर पड़ रहा है. नगर पर्षद बोर्ड की बैठक में इसे गंभीरता से लिया गया है. आठ-आठ फुट की दूरी पर नाले को तोड़ कर उस पर लोहे की जाली लगायी जायगी ताकि समय- समय पर नाले की उड़ाही की जा सके.
संजीव कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद
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