मद्य निषेद्य अभियान में निभायी थी अहम भूमिका
शराब का कारोबार करने वाले ससुर को कराया था गिरफ्तार
जहानाबाद : बदलते बिहार में कई महिलाओं ने साहसिक कदम उठाया है. इससे सूबे में लोगों के बीच एक नया संदेश फैला है. ऐसा ही एक सराहनीय कार्य कर दिखाया है जहानाबाद के पश्चिमी उंटा मुहल्ले की निवासी रिंकी देवी ने. उन्होंने राज्य सरकार के मद्य निषेद्य अभियान के तहत शराब के कारोबार का न सिर्फ विरोध किया, बल्कि परिवार के लोगों के द्वारा किये जा रहे कारोबार के खिलाफ जेहाद छेड़ते हुए अपने ससुर को जेल भेजवाया.
सोमवार को इसी महिला से मिलने आयी थी एक पांच सदस्यीय टीम. जनशिक्षा के सहायक निदेशक और शिक्षा श्री सम्मान से सम्मानित मो गालिब खां के नेतृत्व में आयी टीम के सदस्यों ने रिंकी देवी से मुलाकात की और उन्हें सरकार एवं प्रशासन के स्तर से हर संभव सहयोग व सम्मान दिलाने का आश्वासन दिया. बता दें कि रिंकी देवी की शादी गया निवासी संजय कुमार चौधरी के साथ वर्ष 2003 में हुई थी. उनके चार बच्चे हैं. जब वह ससुराल में थी
उस वक्त से ही वहां परिवार के लोगों यथा ससुर और देवर के द्वारा शराब का अवैध कारोबार किया जाता था. इसका वह विरोध करती थी. इस कारण पति को छोड़ कर परिवार के अन्य सदस्य उक्त महिला पर अत्याचार किया करते थे. जब अप्रैल ,2016 में बिहार में सरकार ने पूर्णत: शराबबंदी लागू की, तो रिंकी देवी ससुराल में अत्याचार सहने के बावजूद फिर से मुखर हो गयी. अपने घर में शराब का कारोबार करने की सूचना उसने पुलिस को दी थी.
इस सिलसिले में गया के विष्णुपद थाने में कांड संख्या 149/16 दर्ज किया गया था. इस मामले में देवर राजीव कुमार तो फरार है, लेकिन उक्त महिला के ससुर राजेंद्र चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद भयवश उक्त महिला अपने मायके जहानाबाद लौट आयी. इस कार्य की सूचना सरकार तक गयी थी. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के आदेश पर ही जनशिक्षा के सहायक निदेशक के नेतृत्व में भारत ज्ञान विज्ञान समिति और
जनवाचन संस्था से जुड़ी पांच सदस्यीय टीम सोमवार को महिला से
जाकर मिली.
और उन्हें प्रशासनिक स्तर से हर संभव सहयोग दिलाने का आश्वासन दिलाया.
सहायक निदेशक ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि शिक्षा दिवस पर उक्त महिला को सम्मानित करने के लिए सरकार के पास अनुशंसा की जायेगी.