जहानाबाद : जिले के विभिन्न स्कूलों में अमान्य संस्थाओं के प्रमाण-पत्र और फर्जी टीइटी के आधार पर भारी पैमाने पर बहाली हुई है. शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा किये जाने का मामला परत-दर-परत खुलने लगा है. नियमित 34 शिक्षकों की सेवा बरखास्त होने के बाद नियोजित 45 ऐसे शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटकी है जिसकी नियुक्ति अवैध है.
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परत दर परत खुल रहे फर्जीवाड़े के मामले
जहानाबाद : जिले के विभिन्न स्कूलों में अमान्य संस्थाओं के प्रमाण-पत्र और फर्जी टीइटी के आधार पर भारी पैमाने पर बहाली हुई है. शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा किये जाने का मामला परत-दर-परत खुलने लगा है. नियमित 34 शिक्षकों की सेवा बरखास्त होने के बाद नियोजित 45 ऐसे शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटकी है जिसकी […]
वैसे अवैध ढ़ंग से नियुक्त होकर चांदी काट रहे शिक्षकों की संख्या करीब साढ़े तीन सौ के आस-पास है .जिनके विरुद्ध जांच की कार्रवाई तेजी से हो रही है. फिलहाल शिक्षा विभाग जहानाबाद के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना सह नोडेल पदाधिकारी (निगरानी जांच) उपेंद्र कुमार सिंह ने जिले के सभी नियोजित पदाधिकारियों को पत्र भेजा है और कहा है
कि अमान्य संस्थाओं के प्रमाण-पत्र और फर्जी टीइटी के आधार पर नियुक्त शिक्षकों को चिह्नित कर सेवा समाप्त करने की कार्रवाई करें और इसकी सूचना दें. पटना उच्च न्यायालय के आदेशानुसार प्रधान सचिव शिक्षा विभाग पटना के पत्रांक 782 दिनांक 10.7.2015 के आलोक में जांचोपरांत अवैध शिक्षकों को नियमानुसार सेवा मुक्त करने की कार्रवाई शुरू हुई थी.
पहले तो 34 शिक्षकों को ही सेवा से बरखास्त किया गया.अब 45 नियोजित वैसे शिक्षकों की नौकरी जाने की बारी है जो नगर परिषद ,नगर पंचायत , प्रखंड और पंचायत के स्कूलों में नियुक्त हैं.
जांच में मिली कई खामियां
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना सह नोडेल पदाधिकारी (निगरानी जांच) उपेंद्र कुमार सिंह ने जांच में कई खामियां पकड़ी है. प्राप्त खबर के अनुसार नियोजित 45 शिक्षकों में कई ऐसे हैं जिन्होंने जहानाबाद के अलावा उड़ीसा, मुंबई और यू पी के वाराणसी स्थित अमान्य संस्थाओं के प्रमाणपत्र संलग्न किये हैं.
नमीता कुमारी शिक्षिका ने उड़ीसा स्थित नवभारत शिक्षा परिषद का प्रमाणपत्र दिया है. प्राथमिक विद्यालय टेकौरा में नियुक्त अनीता कुमारी दादर (मुंबई) स्थित अमान्य संस्था के प्रमाणपत्र पर नौकरी हासिल की थी. अन्नुप्रिया ,बबीता कुमारी ऐसी शिक्षिका हैं जिनका टीइटी का रिजल्ट 6 और 7 में है परन्तु नियोजन फर्स्ट और सिक्स में हुआ है.
मनोज कुमार,गीता गौरव का टीइटी का रिजल्ट संदेहास्पद है. मरसुआ और कांदर गांव स्थित स्कूल में नियुक्त शिक्षक क्रमश: राजकुमार प्रसाद और देवव्रत कुमार का टीइटी का क्रमांक सीडी में मिलता ही नहीं है.
इसी तरह आदित्य सक्सेना ,सग्रिका सोनी, मोनिका कुमारी, चित्रलेखा कुमारी, रेणु कुमारी, राज किशोर प्रसाद सिन्हा,धर्मेंद्र कुमार,रेखा कुमारी,वीरेंद्र प्रसाद सहित 45 शिक्षकों की नियुक्ति संदेहास्पद पकड़ी गयी है. इन सबों में किसी के जन्म तिथि में अंतर पाया गया है तो किसी के टीइटी प्रवेश-पत्र में निर्गत तिथि संदेहास्पद है. टीइटी और प्रमाण-पत्र में जन्म तिथि का अंतर भी पकड़ाया है.
फिलहाल ऐसे सभी 45 शिक्षकों पर जांचोपरांत सेवा मुक्त करने की कार्रवाई करने के लिए नियोजन पदाधिकारियों के पास पत्राचार किया गया है. नोडेल पदाधिकारी के अनुसार कई बार कहे जाने के बावजूद भी करीब साढ़े तीन सौ शिक्षकों का सर्विस बुक विभाग में जमा नहीं किया गया है. जिनकी नियुक्ति संदेह के घेरे में है.
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