जहानाबाद (सदर) : वाम दलों के राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद अभियान के तहत शुक्रवार 14 सूत्री मांगों को लेकर भाकपा माले, सीपीआइ, सीपीएम, एसयूसीआइ द्वारा समाहरणालय पर एक दिवसीय धरना दिया गया.
वाम दलों ने काला धन, सांप्रदायिक उन्माद, जातीय-लैंगिक उत्पीड़न, भ्रष्टाचार, महंगाई, खाद्य सुरक्षा के तहत कार्ड एवं नियमित राशन, सभी गांवों का विद्युतीकरण, फर्जी बिजली बिल पर रोक, तमाम गरीबों को 10 डिसमिल वास भूमि, मनरेगा के तहत सभी मजदूरों को 200 दिनों का काम, रेलवे पुल अंडरपास का चौड़ीकरण, जाम से स्थायी निदान, बाइपास एवं ओवर फ्लाइ बनाने समेत 14 सूत्री मांगों के लिए धरना दिया.
धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देशी-विदेशी कॉरपोरेट घरानों के हाथों देश की सारी संपदा खुल्लम-खुल्ला नीलाम कर रही है तथा उसके हाथों की कठपुतली बनी हुई है. बेरोजगारी व महंगाई बढ़ रही है. वहीं, बिहार सरकार महादलितों-गरीबों, अल्पसंख्यकों-महिलाओं पर बढ़ते सामंती-सांप्रदायिक हमले को रोकने में पूरी तरह अक्षम साबित हुई है.
वक्ताओं ने गृह रक्षकों के आंदोलन का समर्थन करते हुए सरकार से इनकी मांगों को शीघ्र पूरा करने की मांग की. धरना को माले के जिला सचिव श्री निवास शर्मा, राज्य कमेटी सदस्य रामाधार सिंह, कुंती देवी, संतोष केसरी, वसी अहमद, प्रदीप कुमार समेत कई लोगों ने संबोधित किया.