जहानाबाद जिले के बभना-शकूराबाद पथ की मरम्मत में विभाग उदासीन है, पर पुलिया का रंग-रोगन जोर-शोर से चल रहा है. सड़क का हाल बुरा है, पर विभाग पुलिया को चमकाने में लगा है. सड़क मरम्मत में पथ निर्माण विभाग की सुस्ती से आम यात्रियों को परेशानी हो रही है. सड़क पर उभरे छोटे-बड़े गड्ढों से वाहनों को आने-जाने में परेशानी होती है. खासकर बारिश के दिनों में पानी पड़ने पर सड़क की स्थिति और भी खराब हो जाती है.
उक्त पथ पर शाहपुर, अमैन सहित कई ऐसे जगह हैं, जहां सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं, जिसमें पानी भर जाने पर गड्ढों की गहराई का पता नहीं चल पाता है. करोड़ों रुपये खर्च कर बनाया गया बभना-शकूराबाद पथ की मरम्मत की जिम्मेवारी पांच वर्षों तक संवेदक के अधीन है. पदाधिकारी के अनुसार, वर्ष 2018 में सड़क के पांच वर्ष पूरा होने पर ही नये सिरे से सड़क बनाने का कार्य शुरू किया जा सकता है. पिछले दिनों सड़क मरम्मत का कार्य शुरू होते देख ग्रामीण खुश हुए थे, लेकिन विभागीय पेच में फंसा सड़क की मरम्मत का कार्य कुछ ही दूर होकर बंद हो गया और चिकनी सड़क के आस में बैठे ग्रामीणों को फिर निराशा ही हाथ लगी.
एक पखवारा पूर्व बभना से शकूराबाद के बीच तीन किमी सड़क की मरम्मत का कार्य नये सिरे से कराया गया, लेकिन बीच वाले भाग छह किमी की दूरी में सड़क की मरम्मत का कार्य नहीं होने के से स्थिति और खराब हो गयी है. कई जगहों पर सड़क की मरम्मत के लिए डाले गये मेटल के बाद कालीकरण नहीं किये जाने से गांव के आसपास बसे ग्रामीणों को धूलकणों का सामना करना पड़ रहा है. जब भी टूटी सड़क से कोई वाहन गुजरता है, तो धूल का गुब्बार उड़ने लगता है, जो लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल रहा है.