जमुई : नक्सली संगठन के पूर्व सदस्य मनीष मरांडी को चरैया गांव में जन अदालत लगा कर हत्या करने की जिम्मेवारी नक्सली संगठन ने लिया है. प्रवक्ता लालजीत कोड़ा ने प्रभात खबर कार्यालय को फोन पर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मनीष मरांडी पहले नक्सली संगठन में काम करता था. लेकिन जेल से छुटने […]
जमुई : नक्सली संगठन के पूर्व सदस्य मनीष मरांडी को चरैया गांव में जन अदालत लगा कर हत्या करने की जिम्मेवारी नक्सली संगठन ने लिया है. प्रवक्ता लालजीत कोड़ा ने प्रभात खबर कार्यालय को फोन पर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मनीष मरांडी पहले नक्सली संगठन में काम करता था.
लेकिन जेल से छुटने के बाद पुलिस को सूचना देने का काम कर दिया था. काफी प्रयास के बाद भी उसने पुलिस की मुखबीरी करनी नहीं छोड़ी. मनीष की वजह से पार्टी के कई सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं और कई जगह विस्फोटक व हथियार भी पुलिस के हाथ लग गये. मनीष मरांडी द्वारा पार्टी विरोधी काम किया जा रहा था. जिस कारण उसे जन अदालत में ला कर सजा दिया गया है.
गिरफ्तार कर पेशी नहीं करने पर नक्सलियों ने जताया विरोध: जमुई . चकाई थाना क्षेत्र के दुबेडीह गांव निवासी सोनारा मरांडी नामक एक नक्सली को चकाई पुलिस ने 17 अगस्त को चकाई के एक होटल से गिरफ्तार किया था. लेकिन अब तक उसको न्यायालय में प्रस्तुत नहीं किया. जिसको लेकर बिहार-झारखंड के जोनल नक्सली प्रवक्ता लालजीत कोड़ा ने प्रभात खबर ऑफिस में फोन कर बताया कि पुलिस के द्वारा ही कानून का उल्लंघन किया जा रहा है.
किसी की गिरफ्तारी हुई है तो 24 घंटे के अंदर उसे न्यायालय में प्रस्तुत करना चाहिए. लेकिन अब तक उसे प्रस्तुत नहीं किया गया है. जो गलत है. वही नक्सली संगठन इसका विरोध करती है. साथ ही मांग करती है कि पुलिस निदरेष जनता को परेशान करना बंद करे नहीं तो भाकपा माओवादी संगठन भी पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी.