अनियमित विद्युत आपूर्ति के कारण लोग इस गरमी में रात जाग कर बिताने को विवश हैं, तो ग्रामीण क्षेत्रों में लोग हाथ पंखा के सहारे इसी तरह समय गुजार रहे हैं. व्यवसायी सुनील कुमार व शिवराज की माने तो विभाग द्वारा चौबीस घंटा विद्युत आपूर्ति का बिल लिया जाता है. इसके बदले मात्र 12-15 घंटा विद्युत आपूर्ति ही की जाती है. अनियमित विद्युत आपूर्ति के कारण विद्युत पर आधारित सारा कार्य बूरी तरह से प्रभावित हो रहा है. अजीत कुमार व विकास कुमार साव कहते हैं कि हमलोग कम विद्युत आपूर्ति को लेकर जब भी विभाग के अधिकारियों से शिकायत करते हैं तो वे बस इतना ही कह कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं कि बोर्ड द्वारा कम विद्युत आपूर्ति की जा रही है. इसलिए हमलोग कुछ नहीं कर सकते है. व्यवसायी बबलू कुमार व संजय कुमार भगत कहते हैं कि बिजली के आने और जाने का कोई समय निर्धारित नहीं होने के कारण हमलोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है.
बच्चों के पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ अन्य कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं. विभाग के अधिकारियों को बिजली के आने-जाने का समय प्रत्येक दिन निर्धारित कर देना चाहिए. ताकि लोगों को कम से कम परेशानी उठानी पड़े. मो सज्जाद,इंद्रदेव सिंह व कौशल किशोर की माने तो अनियमित विद्युत आपूर्ति से हमलोग बुरी तरह से त्रस्त हैं और इस भीषण गरमी में यह हमलोगों के लिए सर दर्द बनती चली जा रही है. हमलोग प्रत्येक दिन वैसे ही कम विद्युत आपूर्ति के चलते एक ओर जहां बुरी तरह से परेशान रहते हैं. अगर शीघ्र ही अनियमित विद्युत आपूर्ति में सुधार नहीं किया गया तो हमलोग अपनी समस्या को लेकर सड़क पर आंदोलन करने को बाध्य हो जायेगें.