जमुई . बिहार स्टेट बीड़ी मजदूर यूनियन के सदस्यों की बैठक मंगलवार को शंभूनाथ पांडेय की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में उपस्थित यूनियन के सदस्यों को संबोधित करते हुए राज्य महासचिव शिवशंकर सिंह ने कहा कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की पहली प्राथमिकता वाम एकता बनाने की है. माकपा चाहती है कि बिहार विधानसभा का आगामी चुनाव सभी वाम दल एकजुट होकर लड़ें. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार श्रम अधिकारों पर लगातार हमला कर श्रम कानूनों में बदलाव कर रही है. इस बदलाव के खिलाफ लगातार मजदूर आंदोलन कर रहे हैं. जबकि सरकार चुपचाप बैठी हुई है.
माकपा नरेंद्र मोदी सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ दो सितंबर को देशव्यापी हड़ताल करेगी. उन्होंने कहा कि इस आम हड़ताल को सभी वामपंथी पार्टियां एकजुट होकर समर्थन करें.नरेंद्र मोदी सरकार के एक वर्ष के भीतर किसानों की आत्महत्या की रफ्तार छत्तीस प्रतिशत तक बढ़ी है. किसानों के विकास को लेकर केंद्र ने कृषि बजट में कटौती की है. फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी सबसे कम तय किया गया है और प्राकृतिक आपदा से हुई क्षति का जो मुआवजा तय किया गया है वह कहीं से भी उचित नहीं है. अध्यक्ष शंभूनाथ पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि कोरपोरेट घरानों के फायदे के लिए केंद्र सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण अध्यादेश लाया गया है. लेकिन वाम दल इसे किसी भी कीमत पर राज्यसभा में पारित नहीं होने देंगे. श्री पांडेय ने कहा कि जमुई जिला के चारों विधानसभा क्षेत्र में माकपा या उसके समर्थित उम्मीदवार को बीड़ी मजदूर अपना वोट देंगे. इस अवसर पर लक्खी देवी, बड़की मुमरू,चंदा भारती, नरेश यादव, नागेश्वर प्रसाद,काजू सिंह, विनोद दास, बलराम यादव, डॉ मनोज, बेबी खातुन, श्रीकांत पांडेय, उर्मिला देवी, राम रतन पांडेय समेत बीड़ी मजदूर यूनियन के दर्जनों सदस्य मौजूद थे.
महादलित टोला में गहराया पेयजल संकट, परेशानी
चकाई. प्रखंड मुख्यालय से महज एक किलोमीटर दूरी पर अवस्थित महादलित टोला कोहवारा गांव में एक मात्र कुआं के सुख जाने तथा चापाकल से पानी कम निकलने के कारण ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. कोहवारा के ग्रामीण लगन मोहली, हारो मोहली, सुनील तुरी, धोकल तुरी आदि ने बताया कि कोहवारा की आबादी लगभग एक हजार है.