जमुई : सदर अस्पताल में चिकित्सक के कार्यकलाप से खिन्न लोगों ने मंगलवार को हंगामा किया. हालांकि अस्पताल उपाधीक्षक डॉ नौशाद अहमद के समझाने के बाद लोग शांत हुए. जानकारी के अनुसार जिले के गिद्धौर थाना क्षेत्र के रतनपुर के ग्रामीण 20 वर्षीय युवक हरिओम कुमार के शव का शीघ्र पोस्टमार्टम कराना चाह रहे थे. लेकिन ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ मृत्युंजय कुमार पंडित इसे लेकर सजगता नहीं दिखा रहे थे. ग्रामीणों ने बताया कि हमलोगों ने उनसे बार-बार आग्रह कर जल्द अंत्यपरीक्षण करने की गुहार लगायी. लेकिन चिकित्सक उदासीन बने रहे. आग्रह करने के दौरान उल्टे गुस्सा करने लगे.
उन्होंने चिल्लाते हुए कह दिया कि जिनसे शिकायत करना है कर दो मैं पोस्टमार्टम नहीं करुंगा. बताते चलें कि 20 वर्षीय युवक हरिओम कुमार की मौत क्रिकेट खेल के दौरान साथियों के द्वारा की गयी मारपीट के बाद इलाज के दौरान सोमवार को हो गयी थी. मृतक के पिता किरण सिंह ने बताया कि एक जुलाई को मारपीट में मेरा पुत्र बुरी तरह से घायल हो गया था. जिसे मैंने स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. बाद में आवश्यक जांचोपरांत चिकित्सक ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया.
उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल के चिकित्सक ने भी बेहतर इलाज के लिए हरिओम को पटना रेफर कर दिया. जहां सोमवार की रात उसकी मौत हो गयी. पटना अस्पताल प्रबंधन के द्वारा यह कहा गया कि मरीज जहां से रेफर होता है वहीं इसका पोस्टमार्टम किया जाना है. इसलिए आप सदर अस्पताल जमुई चले जाइये. हम लोग शव का अंत्यपरीक्षण को लेकर सदर अस्पताल लेकर आये, लेकिन यहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ मृत्युंजय कुमार पंडित से गुहार लगाने पर आग-बबूला हो गये.