सिकंदरा : सिकंदरा लछुआड़ मार्ग पर भूल्लो मोड़ के समीप स्थित एआरए चिमनी पर पिछले 4 दिनों से दो दर्जन मजदूरों को बंधक बनाकर रखे जाने का मामला प्रकाश में आया है. बंधक बनाये गये सभी मजदूर अनुसूचित जाति के हैं और नवादा जिला के रजौली अनुमंडल का निवासी है. जानकारी के मुताबिक रजौली अनुमंडल के विभिन्न गांवों से लगभग दो दर्जन मजदूर ए आर ए चिमनी पर अक्तूबर महीने में ईटा पाड़ने के लिए आया था.
इस संबंध में मजदूर सुशीला देवी, कांति देवी, सुनीता देवी, छोटेलाल राजवंशी, जयंती देवी, बिरजू राजवंशी, रेवती राम, दिलीप राजवंशी, मानो देवी, रेखा देवी, रामचंद्र राजवंशी, आदि ने बताया कि उक्त चिमनी पर काम करने को लेकर लेबर ठेकेदार रामदहीन राजवंशी से 530 रुपये प्रति हजार ईंटा पाड़ने की मजदूरी तय हुई थी. लेकिन शुक्रवार को काम खत्म होने के बाद चिमनी मालिक के द्वारा ईंटा पड़ाई के एवज में 450 रुपये प्रति हजार की दर से भुगतान किया गया.
कम दर से भुगतान करने के बाद भी सभी मजदूरों पर कुल मिला कर 1 लाख 63 हजार का बकाया बता दिया गया. जिसके उपरांत चिमनी मालिक द्वारा मजदूरों से ज्यादा भुगतान हुए पैसों की मांग की गयी. मजदूरों द्वारा पैसा देने में असमर्थता जताये जाने पर चिमनी मालिकों ने सभी मजदूरों को बंधक बना कर रख लिया है. मजदूरों का कहना है कि पिछले 4 दिनों से रात में एक खुले हॉल में ताला लगा कर बंद करके रखा जाता है. वहीं दिन में कड़ी निगरानी में जरूरत पड़ने पर ही मजदूरों को बाहर निकाला जाता है.
मजदूरों का कहना है कि हमलोगों को तीन चार दिनों से बंधक बना कर रखा जा रहा है. वहीं खाने में सिर्फ एक टाइम सत्तू दिया जा रहा है. भूख के कारण हमलोगों के साथ ही हमारे बच्चों की हालत खराब होती जा रही है. मामले की जानकारी मिलते ही सिकंदरा थाना के सहायक अवर निरीक्षक विजय सिंह ने बंधक बनाये गए मजदूरों का बयान दर्ज कर मामले की जांच में जुट गए हैं. वहीं मजदूरों की शिकायत के बाद पुलिस ने एआरए चिमनी के एक कर्मी को हिरासत में ले कर पूछताछ कर रही है.