झाझा : जिला पुलिस मुख्यालय द्वारा अधिकारियों, हवलदारों, सिपाहियों की छोटी-छोटी गलतियों पर अब वेतन बंद नहीं होगा. लापरवाही या कांड दैनिकी समर्पित करने में विलंब होने या अन्य कारणों से पुलिस कर्मियों का वेतन जिला पुलिस मुख्यालय द्वारा रोक दिया जाता था. अब इस बारे में पुलिस महानिदेशक कार्यालय के पुलिस निरीक्षक के सहायक […]
झाझा : जिला पुलिस मुख्यालय द्वारा अधिकारियों, हवलदारों, सिपाहियों की छोटी-छोटी गलतियों पर अब वेतन बंद नहीं होगा. लापरवाही या कांड दैनिकी समर्पित करने में विलंब होने या अन्य कारणों से पुलिस कर्मियों का वेतन जिला पुलिस मुख्यालय द्वारा रोक दिया जाता था. अब इस बारे में पुलिस महानिदेशक कार्यालय के पुलिस निरीक्षक के सहायक ने राज्य के सभी पुलिस जिला मुख्यालय को पत्र लिखा है. इसमें ड्यूटी से गायब होने की सूरत में ही पुलिस कर्मियों के वेतन रोकने का निर्देश वरीय पुलिस अधीक्षक, रेल पुलिस अधीक्षक, सभी समादेष्टा सैन्य पुलिस को आदेश दिया गया है.
प्रायः पुलिस अधिकारियों, हवलदारों व सिपाहियों की छोटी-छोटी गलतियां, कांड दैनिकी लिखने में देरी, आदेश पालन करने में विलंब या अन्य लापरवाही बरतने पर पुलिस कप्तान द्वारा वेतन पर रोक लगायी जाती रही है. अब पुलिस मुख्यालय ने संज्ञान लेते हुए इस पर आपत्ति जाहिर की है .तथा पुलिस हस्तक नियम 824 का हवाला देते हुए बताया कि किसी भी जिला पुलिस अधीक्षक को ऐसा नहीं करने का निर्देश दिया है. बताते चलें कि पुलिस पदाधिकारियों या अन्य कर्मियों के द्वारा लापरवाही बरतने पर वेतन पर रोक लगा दी जाती थी.
राज्य मुख्यालय ने दिया है आदेश
मुख्यालय ने सभी एसएसपी ,एसपी, रेल पुलिस अधीक्षक, समादेष्टा को पत्र लिखते हुए कहा है कि छोटी-छोटी गलतियों पर वेतन नहीं रोका जाये. वेतन रोकने के आदेश पर राज्य पुलिस मुख्यालय ने आपत्ति जतायी है. ड्यूटी से गायब होने की स्थिति में ही वेतन रोके जाने को कहा गया है.
वेतन रोकने पर हो सकती है विभागीय कार्रवाई
पुलिस मुख्यालय ने पुलिसकर्मियों के वेतन रोके जाने को सही नहीं बताया है.पत्र में कहा गया है कि लापरवाही बरतने पर वेतन जारी रखते हुए विभागीय कार्रवाई करें या फिर कार्रवाई की अनुशंसा करें.
पुलिस संगठनों ने जतायी खुशी
इस बाबत जिला पुलिस ने राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर प्रसन्नता व्यक्त किया है. संगठन के सचिव प्रमोद कुमार ने कहां कि पुलिसकर्मी हमेशा दबाव में काम करती है. डीजीपी का यह सोच पुलिस कर्मियों के लिए बिल्कुल सकारात्मक है. इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ेगा. कार्य क्षमता में वृद्धि होगी और कार्य भी सही तरीके से होगी .ऐसे जिला में सब कुछ ठीकठाक चल रहा है.