सोनो : चरकापत्थर के कठावर जंगल में 29 जनवरी 2016 की शाम मुठभेड़ के दौरान क्षेत्र के चर्चित नक्सली कमांडर चिराग दा को मार गिराने के बाद से उत्साहित सुरक्षाबल लगातार कामयाबी के कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं. बोकारो के नावाडीह निवासी रामचंद्र महतो उर्फ जोधन उर्फ चिराग दा कोई मामूली नक्सली नहीं था. प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी माओवादी के पूर्वी बिहार व पूर्वोत्तर झारखंड के बेहद सफल एरिया कमांडर के रूप में चिराग ने अनेकों नक्सली घटना को अंजाम देकर सुरक्षाबालों की नींद उड़ा दी थी इसलिए जब चिराग दा के रूप में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली थी तब से सफलताओं का शुरू हुआ दौर अनवरत जारी है.
उत्साहित सुरक्षा बलों ने शीघ्र ही बांका के जंगल में मंटू खैरा नामक एक और नक्सली एरिया कमांडर को ढेर कर दिया था. इस बीच चरकापत्थर क्षेत्र से कई नक्सलियों को गिरफ्तार कर बारूदी सुरंग द्वारा पुलिस को उड़ाने की नक्सली योजना को असफल किया. यहां से दर्जनों पाइप सिलिंडर बम व केन बम बरामद किया. सीआरपीएफ, एसएसबी, एसटीएफ व कोबरा की टीम जिला पुलिस के साथ साथ कदम से कदम मिलाकर नक्सलियों को क्षति पहुंचाने में कामयाब रही है.
रविवार की तड़के सुबह धरहरा व खड़गपुर से सटे बरहट के बरमसिया कुमरतरी जंगल में सुरक्षाबलों ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए मुठभेड़ में दो नक्सलियों को मार गिराया है. जबकि बड़ी संख्या में नक्सलियों के घिरे होने की सूचना है. दरअसल जमुई, लखीसराय व मुंगेर की पुलिस व इन जगहों पर केंप किये हुए सुरक्षाबलो द्वारा प्लानिग के तहत नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. इस टीम वर्क से उन्हें नक्सलियों के खिलाफ लगातार सफलता मिल रही है.