संवाददाता, गोपालगंज
अब आंगनबाड़ी केंद्रों की पूरी रिपोर्ट सेलफोन से लेने की तैयारी डीएम ने की हैं. केंद्र के आस-पास के ग्रामीणों से ली जायेगी केंद्र की पूरी रिपोर्ट. विभाग ने केंद्र के आस-पास रहने वाले आधा दर्जन लोगों के सेल फोन नंबर को एकत्रित करने का आदेश दिया है. डीएम ने स्पष्ट आदेश दिया है कि एक सप्ताह के भीतर आंगनबाड़ी केंद्रों के पोषक क्षेत्र से कम से कम पांच मोबाइल धारक का नाम और नंबर उपलब्ध कराये. इसमें आंगनबाड़ी के सेविका सहायिका समिति के अध्यक्ष सचिव, उसके संबंधी का नहीं होना चाहिए. ताकि विभाग मोबाइल से पूरे मामले की जांच कर सके. प्रत्येक दिन कम से कम दो आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच सीडीपीओ करेगी. जबकि महिला पर्यवेक्षक अपने अधीनस्थ सभी केंद्रों की नियमित जांच कर प्रत्येक पंद्रह दिनों पर डीएम को रिपोर्ट देगीं. कई महिला पर्यवेक्षिका निरीक्षण प्रतिवेदन कार्यालय को प्रतिदिन समर्पित नहीं करती है और ना ही निरीक्षण प्रतिवेदन परियोजना कार्यालय द्वारा प्राप्त पंजी दर्ज करती हैं. जो निहायत ही जरूरी है. इस बार केंद्रवार संचिका अभिलेख आंगनबाड़ी केंद्रों पर निरीक्षण के क्रम में पायी गयी, अनियमितता का आकलन करते हुए उसका पर्यवेक्षण रिपोर्ट तसवीर के साथ भेजना आवश्यक है. डीएम ने स्पष्ट आदेश दिया है कि आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच के क्रम में दो फोटोग्राफ विभाग से मिले मोबाइल से लेकर निरीक्षण प्रपत्र पर संलग्न कर करने के साथ ही महिला पर्यवेक्षिका अपने निरीक्षण को विभाग की वेब साइट पर अपलोड करेंगी. इतना ही नहीं वैसे आंगनबाड़ी केंद्र जहां बैक खाते में रोकड़ बही, भंडार पंजी नहीं रहती है या गड़बड़ी पायी जाती है तो अब इसके लिए न सिर्फ आंगनबाड़ी की सेविका बल्कि पर्यवेक्षिक और सीडीपीओ भी जिम्मेवार होगी.