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आपका लाड़ला कहीं भटक तो नहीं रहा!
गोपालगंज : आपका लाड़ला मैट्रिक और इंटर का छात्र है, तो आप सतर्क हो जाइए. आपका लाडला स्कूल जाने के नाम पर बहक रहा है. स्कूल प्रबंधन भी ऐसे छात्रों से परेशान हो उठे हैं. खास कर निजी स्कूल संचालक तो ऐसे बच्चों का नाम काटने पर विवश हो जा रहे हैं. स्कूल में बहकनेवाले […]
गोपालगंज : आपका लाड़ला मैट्रिक और इंटर का छात्र है, तो आप सतर्क हो जाइए. आपका लाडला स्कूल जाने के नाम पर बहक रहा है. स्कूल प्रबंधन भी ऐसे छात्रों से परेशान हो उठे हैं. खास कर निजी स्कूल संचालक तो ऐसे बच्चों का नाम काटने पर विवश हो जा रहे हैं. स्कूल में बहकनेवाले बच्चों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है. ये बच्चे किशोरावस्था में गलत राह पर जा रहे हैं यह सिर्फ छात्रों के साथ ही बल्कि बेटियों में सबसे अधिक मामले पाये जा रहे हैं.
इसी का परिणाम मंगलवार को मिंज स्टेडियम के पास स्थित एक निजी स्कूल की छात्र के साथ भी ऐसा ही हुआ. छात्र के पास किसी युवक का खत मिला, जिसकी जानकारी जब स्कूल के शिक्षक को हुई तो उसने छात्र को दो चार थप्पड़ लगाते हुए अपने परिजनों के साथ स्कूल आने को कहा. छात्र 9.30 बजे स्कूल से निकल चुकी थी. बाद में मानसिक अवसाद में छात्र ने अपने हाथों की नस को काट लिया. यह तो मात्र एक घटना है.
इसके अलावा आये दिन स्कूल में छात्र और छात्राओं के बीच मोबाइल पाया जा रहा है. कई खत और शेरों शायरी भी मिल रहे हैं. मनोवैज्ञानीक डॉ आरके सिन्हा की मानें तो अभिभावक को अपने बच्चों के प्रति गंभीर नहीं हुए तो स्थिति और बिगड़ सकता है.
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