गोपालगंज : आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों को अंडा नहीं खिलाये जाने पर सेविका से राशि वसूल करने का आदेश दिया गया है. कुचायकोट परियोजना के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या-190 की जांच डीपीओ सतीश चंद्र श्रीवास्तव एवं सीडीपीओ के द्वारा संयुक्त रूप से की थी.
जांच के क्रम में केंद्र के बच्चों एवं टीएचआर लाभार्थियों के लिए पर्याप्त संख्या में अंडे नहीं थे. केंद्र के संचालन में कई अनियमितताएं भी पायी गयीं. इसके बाद आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका सरस्वती देवी से जवाब-तलब किया गया. जवाब मिलने के बाद सुनवाई करते हुए डीपीओ ने सेविका को कड़ी चेतावनी देते हुए कार्यकलाप में सुधार लाने का निर्देश दिया है. वहीं, सीडीपीओ को सेविका से केंद्र पर अंडा वितरित नहीं किये जाने को लेकर दो सौ रुपये की राशि कटौती किये जाने का निर्देश दिया गया है. सेविका से की गयी राशि कटौती को उचित शीर्ष में जमा करते हुए सेवा इतिहास में दर्ज किये जाने का निर्देश दिया गया है.
दो सहायिका हो सकती हैं चयनमुक्त: कुचायकोट परियोजना की दो सहायिका चयन मुक्त हो सकती हैं. आंगनबाड़ी केंद्र की जांच के क्रम में पायी गयी अनियमितता को गंभीरता से लेते हुए सीडीपीओ ने कार्रवाई के लिए डीपीओ सतीशचंद्र श्रीवास्तव को लिखा है. सीडीपीओ के प्रतिवेदन पर कार्रवाई करते हुए डीपीओ ने कुचायकोट प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या-88 नारायणपुर की सहायिका फुलगेनी देवी एवं केंद्र संख्या-68 बंगरा की सहायिका किरण देवी से जवाब – तलब किया गया है. डीपीओ ने 24 फरवरी तक जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. उन्होंने किये गये जवाब-तलब में यह भी कहा है कि जवाब संतोषजनक नहीं मिलने की स्थिति में सहायिका को चयनमुक्त किया जा सकता है.