रामपुर टेगराही : सीएम का भाषण सुनने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. बालू की रेत पर पैर रखने की हिम्मत लोग नहीं जुटा पा रहे थे.
गंडक नदी के किनारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा महासेतु के निरीक्षण करने आने की खबर पर बाढ़ पीड़ित इलाके के सैकड़ों की संख्या में पीड़ित महिलाएं बच्चों को लेकर सीएम के आने का इंतजार कर रहे थे, तभी लगभग सवा बारह बजे असमान पर हेलीकॉप्टर की गड़गड़ाहट सुनायी पड़ी तो लोग दौड़ कर पुल निगम के द्वारा बनाये गये मंच की तरफ दौड़े.
सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उन्हें ही घेरा से बाहर किया. महज संयोग था कि विशुनपुर के मुखिया आदित्य शंकर शाही ने लोगों के लिए टेंट की व्यवस्था करा रखे थे. सैकड़ों लोग दूर-दूर से आकर शामियाने में राहत की सांस ली. मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद बाहर निकले और युवा मुखिया आदित्य शंकर शाही एवं विधायक सुभाष सिंह के साथ इंतजार कर रहे लोगों के बीच पहुंच गये.
लोगों ने पुल बनाये जाने के कारण हर साल होनेवाली तबाही को लेकर सीएम से अपील की. बरईपटी गांव के काशीनाथ राय एवं पैक्स अध्यक्ष मिथिलेश राय ने कहा कि पुल निगम ने सड़क बना लिया आज तक जमीन का मुआवजा तक नहीं मिला. हर साल हम लोगों का घर पानी डूब जाता हैं.
मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जल संसाधन विभाग के मंत्री बिजेंद्र चौधरी से तत्काल इसकी निबटारा करने का आदेश दिया. मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के आवेदन को लेकर अधिकारियों को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया.