* एनएचएआइ की लापरवाही से मार्ग पर परिचालन ठप
गोपालगंज : उतर प्रदेश की सीमा पर बसे गोपालगंज में प्रवेश करने के पूर्व ही गाड़ी चालकों का रूह कांप उठता है. हालात ही कुछ ऐसा है. जिले से गुजरनेवाली राष्ट्रीय पथ एनएच 28 मे बने गड्ढे तालाब बन गये हैं. सैकड़ों गाड़ियां जाम में फंसी है. फंसे राहगीर जल्दी निकलने के लिये दुआएं मांग रहे हैं.
कहीं -कहीं प्रशासन गाड़ियों को हटवा रहा है, लेकिन सड़क की बिगड़ी हालात से उसका प्रयास भी विफल है. मंगलवार को ये नजारा था. आखिर इस दर्द से निजात कब मिलेगी. विगत 24 घंटे से यहां परिचालन ठप है. ये हालात किसी एक दिन के नहीं बल्कि हर दिन की कहानी है. इसके लिये दोषी है एनएच एआइ, जिसकी लापरवाही का खामियाजा लाखों की आबादी भुगत रही है.
मॉनसून आने के बाद हो रही बारिश से सड़क की दुर्दशा विकराल हो गयी है तथा पग- पग पर मौत तांडव कर रही है. सही सलामत यदि कोई निकल गया तो वह भगवान का शुक्र मनाता है. वर्ष 2007 में एनएच 28 को फोर लेन करेन का कार्य इस्ट वेस्ट कॉरीडोर योजना के अंतर्गत शुरू हुआ. नियत समय में कार्य तो नहीं हुआ अलबता निर्माण कंपनी पीसीएल महज 27 फीसदी कार्य कर फरार हो गयी और 53 फीसदी राशि उठा ली गयी. वर्ष 2011 से एनएच की हालात बिगड़ने लगी और यह अब बंदी के कगार पर है.
* उच्च न्यायालय ने एनएचआइ को लगाया था फटकार
एनएच 28 के बिगड़ी हालात की खबर पर उच्च न्यायालय ने एनएचआइ को फटकार लगाते हुए सड़क की मरम्मत का आदेश दिया था. सड़क की मरम्मत के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने के बाद मई में कार्य प्रारंभ होना था. इधर मरम्मत नहीं होने से डीएम कृष्ण मोहन ने संवेदक को हिरासत में लिया तब मरम्मत कार्य प्रारंभ हुआ. पुन: कार्य बंद कर दिया गया. इस सड़क से उत्पन्न दर्द बढ़ता ही जा रहा है. यदि एनएच बंद हुआ तो इसके लिए पूर्णत: जिम्मेदार एनएचआइ है.